जितेन्द्र सिन्हा, गरियाबंद. छुरा विकासखंड के ग्राम बोडराबांधा में रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अखिल भारतीय गोंड समाज के वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि के रुप शामिल हुए. भव्य मंच में मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर समाज की खुशहाली की कामना की. सैकड़ों महिला पुरुषों के जन शैलाब को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी समाज के विकास और उनके हितों के सरंक्षण के लिए संकल्पित है. राज्य के 32 प्रतिशत आदिवासी समाज के लिये सरकार काम कर रही है.

आगे उन्होंने कहा कि, हमारी सरकार ने लघु वनोपज का दायरा 7 से बढ़ाकर 65 प्रकार कर दिया है. अब कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया गया है. समर्थन मूल्य से कम में महुआ या कोई भी लघु वनोपज नहीं बेचना है. उन्होंने कहा कि जिले में तीन स्थानों पर फूड पार्क स्थापित किया जा रहा है. इससे वैल्यू एडिशन में वृद्धि होगी.

सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि, 1 मई को भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत भूमिहीन मजदूरों को 7 हजार रुपये दी जाएगी. गोधन न्याय योजना से अब पेंट और बिजली बनाने का कार्य किया जाएगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जिले में 21 हजार आदिवासियों को वन अधिकार पत्र दिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य लोगों के जेब में पैसा आए और वे समृद्ध बने.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, सरकार पेशा कानून लागू करने के लिए ड्राफ्ट का अध्ययन कर रही है. इस कानून के लागू होने से गैर आदिवासी समाज को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने समाज की मांग पर कचना धुर्वा गोंडवाना समाज भवन के लिए 1 करोड़ 7 लाख 7 हजार देने की घोषणा मुख्य मंच से की है.

2023 के विधानसभा चुनाव के लिए कही ये बात

मुख्यमंत्री ने खैरागढ़ उप चुनाव में पार्टी की जीत को शानदार बताया. उन्होंने कहा कि खैरागढ़ में पहली बार कोई प्रत्याशी इतने भारी मतों से जीत दर्ज किया है. इसके लिए उन्होंने सरकार की नीतियों को बड़ा फैक्टर बताया है. उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल में उनकी सरकार ने जो काम किए है खैरागढ़ की जनता ने उनपर मोहर लगाई है. जिले बनाने की घोषणा को भी उन्होंने एक फैक्टर बताते हुए असल फैक्टर सरकार की नीतियों को बताया है.

मुख्यमंत्री भूपेश ने 2023 के आम चुनाव को लेकर भी बड़ी बात कही है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि अब विधानसभा में उनकी संख्या बढ़कर 71 हो गयी. आगामी आम चुनाव इस आंकड़े को बरकरार रखना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी. हालांकि उन्होंने कहा है कि 2023 के आम चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी इस चुनौती को दोहराएगी.