मुकेश सेन, टीकमगढ़। पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर नगर पंचायत जेरोन के दो सीएमओ और दो उपयंत्री गिरफ्तार किया गया है. ईओडब्ल्यू जबलपुर ने प्रकरण की जांच कर चारों अधिकारियों को दोषी माना और न्यायालय में प्रकरण सहित पेश किया. जहां से चारों अधिकारियों को जेल आज न्यायालय में पेश किया गया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 अक्टूबर 2021 को अपनी जनदर्शन यात्रा दौरान जेरोन क्षेत्र में हुई अपनी आमसभा में ग्रामीणों के शिकायत किए जाने पर तत्कालीन सीएमओ को निलंबित कर दिया गया था. इस पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू जबलपुर को सौंपी गई थी. ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि निवाड़ी जिले में नगर परिषद जेरोन खालसा में प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन के संबंध में प्राप्त शिकायतों की जांच प्रशासन द्वारा आर्थिक अपराध ब्यूरो को सौंपी गई थी.
जांच में आए साक्ष्यों के आधार पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में धारा 420, 120बी, 457, 468, 471 आईपीसी एवं 7(सी) भृष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कुल 13 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया था. प्रकरण की विवेचना निरीक्षक स्वर्णजीत सिंह धामी द्वारा की गई.
प्रकरण की विवेचना में आये साक्ष्यों के आधार पर आज प्रकरण के 4 आरोपी नगर परिषद जेरोन के तत्कालीन सीएमओ उमाशंकर मिश्रा, तत्कालीन सीएमओ नवाब सिंह, नगर परिषद जेरोन खालसा के तत्कालीन उपयंत्री सृजन गुप्ता और अभिषेक सिंह राजपूत को गिरफ्तार कर लिया गया. आज जिला न्यायालय टीकमगढ़ में प्रकरण सहित पेश किया गया.
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