रमेश सिन्हा, पिथौरा। महासमुंद के पिथौरा में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. पिथौरा ब्लााक के बरेकेल ग्राम पंचायत में 39 युवाओं को 10 साल से वृद्धा पेंशन बांटा गया है. इसमें 37 हितग्राही अपात्र हैं. इस बड़े भ्रष्टाचार में अधिकारियों का भी बड़ा हाथ लग रहा है, जिसकी सहमति से लाखों का खेल खेला गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक 350 रुपये मासिक के हिसाब से पिछले 10 वर्ष में लगभग 15 लाख 54 हजार का भुगतान शासकीय मद से किया गया है. इसकी भरपाई के लिए तत्कालीन और वर्तमान सरपंच, सचिव और हितग्राही जिम्मेदार हैं.
आरटीआई के तहत उक्त मामले की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर जांच अधिकारी संगीता सिंह उप संचालक समाज कल्याण जिला महासमुंद ने जांच के बाद कहा कि शिकायत की जांच में शिकायतकर्ता लोचन चौहान, सचिव गुलाब कोसरिया, पूर्व सरपंच पुरुषोत्तम ध्रुव और पूर्व एवं वर्तमान सरपंच डोलमती साहू का बयान और हितग्राहियों की मतदाता परिचय पत्र की जांच की गई. अवलोकन के दौरान पाया गया कि वर्ष 2011 की स्थिति में कुल 39 हितग्राहियों में से 2 पात्र और 37 अपात्र और 1 का पेंशन स्वीकृत नहीं किया गया है.
जांच अधिकारी संगीता सिंह ने बताया कि अपात्रों को करीब 10 वर्ष तक पेंशन दिया जा चुका है. शासन मद से फर्जी तरीके से वृद्धा पेंशन के नाम से आहरित राशि वसूली के लिए संचालनालय समाज कल्याण विभाग को जांच रिपोर्ट भेज दी गई है.
उक्त मामले की शिकायत बरेकेल के पूर्व सरपंच पुरुषोत्तम ध्रुव द्वारा विगत 10 वर्षों से की जा रही थी, लेकिन कभी भी किसी भी अफसर ने शिकायत की जांच करवाने की जहमत नहीं उठाई थी. बार बार मामले मे शिकायत लगातार की जा रही थी. ग्राम पंचायत बरेकेलखुर्द के पूर्व सरपंच पुरुषोत्तम ध्रुव की शिकायत को सही पाए जाने के बाद 2012 से पेंशन ले रहे 39 में से 37 अपात्र धारियों की पेंशन बंद कर दी गई है.
समाज कल्याण विभाग महासमुंद द्वारा जारी अपात्रों की सूची इस प्रकार है-
सूची के मुताबिक आशाराम, सनटोरी, नेहरुलाल, तुलसीबाई, धनाउराम, उतराबाई, परदेसी, अहिल्या, देवकुंवर, पानबाई, रुंजु,सिन्धुवती, डेरहाराम, द्रौपदी, कुशा, घसिनबाई, परदेसी, कमलाबाई, सुखुराम, तुलसीराम, प्रिया, जलबाई, रामबाई, जयराम, सुकालू, सोनसाय, असादिन, घसनिन, ललित, बेलबाई, सतोबाई, रामलाल, भगवती, भुरुराम, उत्तर कुमार, श्यामाबाई, सेलहु और महादेव, जो मृत है, इनको भी पेंशन दिया जा रहा था.
जांच टीम में सुशील कुमार चौधरी वरिष्ठ करारोपण अधिकारी जनपद पंचायत पिथौरा, प्रदीप कुमार प्रधान सीईओ जनपद पिथौरा, दिप्ती साहू उप संचालक पंचायत महासमुन्द उप संचालक संगीता सिंह के साथ जांच टीम में शामिल थे.
अब देखना यह होगा कि इस राशि की वसूली फर्जी सूची जनपद में प्रस्तुत करने वाले पर स्वीकृत करने वालो या फर्जी तरीके से पेंशन लेने वालों से वसूल की जाएगी.