कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। शहर में आज प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने जल संकट और अमृत योजना के कामों के सिलसिले में अल सुबह बालभवन में बैठक बुलाई। बैठक में उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त इमरती देवी, मुन्नालाल गोयल, जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद पंचायतों के अध्यक्ष सहीत तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में जिले के जनप्रतिनिधियों ने अपने इलाकों में जल संकट के हालात बताएं।

बैठक में मौजूद इमरती देवी ने अफसरों पर जनप्रतिनिधियों को तवज्जो न देने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई। इस दौरान उनका गुस्सा भी फूटा और बोलती हुई नजर आई की जनता के बीच हमें जाना पड़ता है। अधिकारी तो टंकी खोल आते है। साथ ही उन्होंने डबरा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी तालाबों पर अतिक्रमण को लेकर भी अपना गुस्सा जाहिर किया। इमरती ने प्रभारी मंत्री से अतिक्रमण हटाने की मांग की। जिला पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने जिले में डेढ़ सौ से ज्यादा हैंडपंप खराब होने को पेयजल संकट का एक बड़ा कारण बताया।

बैठक में मौजूद प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की समस्या सुनने और उनका सम्मान करने की हिदायत दी। तुलसी सिलावट ने कहा इस बार भीषण गर्मी के चलते जिलेभर में जल व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है। बैठक में इसको लेकर मंथन किया गया। सिलावट ने कहा कि लोगों को पर्याप्त पानी दिया जाएगा इसके अलावा मवेशियों के लिए भी गर्मी में पानी उपलब्ध कराने के लिए योजना बनाई गई है। जिले में प्रधानमंत्री की योजना के तहत जिले में 71 नए तालाब खोदे जाएंगे। पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। जिन तालाबों पर अतिक्रमण है, वहां अतिक्रमण हटाकर उन्हें पुनर्जीवित किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों में अफसरों को लेकर नाराजगी पर सिलावट ने कहा कि जनप्रतिनिधि की बात अधिकारी सुनेंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार और सरकार के जनप्रतिनिधियों की बात सुनना अधिकारियों का काम है।

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