रायपुर. बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक हुई. बैठक के रायपुर सांसद सुनील सोनी अधिकारियों से नाराज नजर आए. उन्होने कहा कि अधिकारी ठीक से जानकारी नहीं दे पा रहे हैं. योजनाओं के क्रियान्वयन के मामले में राज्य सरकार पीछे है. स्पष्ट जवाब का अभाव था. लेकिन आज सबकी जवाबदेही तय की गई है.

जिला विकास समन्वय समिति की बैठक में सांसद ने कहा कि हमने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आधे अधूरे जवाब लेकर बैठक में ना आए. केन्द्र सरकार ने विकास के लिए रायपुर जिले को 27 करोड़ रुपये दिए. केन्द्र ने प्रदूषण के रोकथाम के लिए आवश्यक संयंत्र खरीदने के पैसे दिए पर इन्होने सड़के बना दी. ये कहकर कि रायपुर की सड़कों को सुधारकर उसे धूल मुक्त करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन उसके लिए पैसा नहीं आया. इसके अलावा पीएम आवास, सिंचाई विभाग संबंधित मुद्दा भी उठाया गया. ये चर्चा भी की गई कि जब पानी की व्यवस्था ही नहीं तो बेवजह पाइपलाइन और नल का क्या काम? इसके लिए मैप बनाए जाए.

किसानों की मांगे जायज- सांसद सोनी

राकेश टिकैत के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर सांसद ने कहा कि किसानो की मांग जायज है. लेकिन ये सरकार सुन नहीं रही है. किसानों पर डंडे बरसाए जा रहे हैं. उनको बेवजह घर से उठाकर जेल में बंद करने का काम सरकार कर रही है. जिस तरह से ये आतंक फैला रहे हैं बाहर के लोग यहां आकर आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. ऐसी स्थितियां नहीं बननी चाहिए, सरकार को इस पर मंथन करना चाहिए.

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झूठी वाहवाही लूटने वाली सरकार- सुनील सोनी

राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम के एक बयान पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के सांसदो ने कौन सा मुद्दा उठाया मैं पूछना चाहता हूं. ये सरकार झूठी वाहवाही लूटने का काम करती है. ट्रेनो के मामले में भी हमने केन्द्र सरकार से बात की. 6 ट्रेनें बहाल हुई है और भी ट्रेने बहाल होगी उसका हल भी निकल रहा है. इसमें भूपेश बघेल बीच में कहां से आ गए. हमारे द्वारा लगातार बात करने से ट्रेन की बहाली की गई.

आपातकाल का दृश्य दिखा रही सरकार- सांसद

धरना प्रदर्शन संबंधित आदेश पर उन्होंने कहा कि धरना, आंदोलन पर बैन लगाने का आदेश देश के संविधान का उल्लघंन करने वाला आदेश है. हमारी स्वतंत्रता को कोई नहीं छीन सकता. छत्तीसगढ़ सरकार आपातकाल का दृश्य दिखा रही है. लेकिन हम डरने वाले नहीं है. लगातार जनता की आवाज उठाते रहेंगे. धरना भी देंगे, प्रदर्शन भी करेंगे उन्हे जेल में बंद करना है तो कर दें, उसके लिए भी हम तैयार हैं.