बिलासपुर. स्कूल शिक्षा विभाग में फर्जी तरीके से अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले लिपिक चंद्रकांत देवांगन को शासकीय नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच के बाद सेवा समाप्ति का आदेश शुक्रवार को जारी किया.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार तखतपुर विकासखंड के ग्राम गनियारी निवासी चंद्रकांत देवांगन की अनुकंपा नियुक्ति के रूप में पदस्थापना कोटा विकासखंड के करगीकला हायर सेकंडरी स्कूल में की गई थी. मुंगेली निवासी आसरे तिवारी ने इस नियुक्ति को नियम विरूद्ध बताते हुए मामले की शिकायत की थी.
इसके बाद मामले की जांच कराई गई, जिसमें पाया गया कि उनके परिवार में और सदस्य शासकीय सेवा में पूर्व से हैं. साक्ष्य छुपाकर उन्होंने अनुकंपा नियुक्ति हासिल की है. मामले में चंद्रकांत को प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के परिपालन में सुनवाई का अवसर प्रदान किया गया, जिसमें उनका जवाब संतोषप्रद नहीं पाया गया.
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