बिलासपुर. चिटफंड मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में बिलासपुर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. चिटफंड कंपनी पीएसीएल के एक और डायरेक्टर अनिल चौधरी लेघा पिता सोहन सिंह को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है. इस डायरेक्टर को पकड़ने बिलासपुर पुलिस कई दिनो तक हरियाणा, दिल्ली, पंजाब में डेरा डाला हुआ था.
पीएसीएल कंपनी के विरूद्ध जिले में अपराध दर्ज है. इस कंपनी द्वारा 24,23,557 रुपए की धोखाधड़ी की गई है. राज्य के रायपुर, बिलासपुर, कांकेर, बलौदाबाजार, दुर्ग, कबीरधाम, बेमेतरा, सूरजपुर, महासमुंद, कोरिया जिले में भी इस कंपनी के खिलाफ 20 मामले दर्ज हैं, जिसमें लगभग 5,84,47,754 रुपए का गबन किया गया है. कंपनी के विरूद्ध 5252 निवेशकों ने वापसी के लिए लगभग 9 करोड़ 59 लाख 94 हजार 607 रुपए का आवेदन जिला कलेक्टर को किया है.
आरोपी की पतासाजी के लिए बनाई गई थी टीम
चिटफंड के प्रकरणो पर फरार आरोपियों की गिरफतारी करने एवं निवेशकों की धन वापसी की कार्रवाई के लिए जिले में पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर बिलासपुर द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं. पुलिस द्वारा पीएसीएल कंपनी के फरार आरोपी की पतासाजी के लिए संयुक्त टीम गठित की गई थी. आरोपी के आरओसी एवं अन्य दस्तावेज प्राप्त कर बड़ी मशक्कत के बाद आरोपी अनिल चौधरी लेघा पिता सोहन सिंह हरियाणा को हरियाणा से संयुक्त टीम ने शनिवार को गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया.
संपत्ति की कुर्की के लिए जुटा रहे जानकारी
आरोपी अनिल चैधरी लेघा पिता सोहन सिंह के विरूद्ध थाना रतनपुर में अपराध दर्ज है. इस कंपनी द्वारा रकम दोगुनी करने का लालच देकर लोगों से करोडो रूपए जमा कराए गए थे एवं बदले में बांड भी दिया लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो आफिस में ताला लगाकर फरार हो गया थ. धन वापसी के लिए पीएसीएल कंपनी के चिन्हित संपत्ति की कुर्की के लिए कलेक्टर को पत्राचार किया गया है, जो लंबित है. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कंपनी व आरोपी की संपत्ति की जानकारी ली जा रही है.