दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। जिले डिंडौरी जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत नुनखान में रोजगार सहायक की तानाशाही इस कदर हावी है कि मजदूरी भुगतान के बदले में मुर्गा-दारू का घूस मजदूरों से डिमांड करते हैं। जिन मजदूरों ने रोजगार सहायक की फरमाइश पूरी की उसका मजदूरी भुगतान हो गया। वहीं जिसने रोजगार सहायक की डिमांड पूरी नहीं की वह मजदूरी भुगतान पाने के लिए महीनों तक चक्कर लगाते रहते हैं। मजदूरों ने अपनी परेशानी मीडियाकर्मियों को बताई है।
डिंडौरी जनपद की ग्राम पंचायत नुनखान में रोजगार सहायक की तानाशाही के चलते ग्रामीण अत्यधिक परेशान हैं। कहीं प्रधानमंत्री आवास में कांट-छांट, कहीं अपने चहेतों को उपकृत करने का मामला तो कहीं मजदूरी भुगतान के लिए ग्रामीणों पर दबाव। कुल मिलाकर ग्राम पंचायत के अंतर्गत होने वाले सभी कार्यों में बिना सेवा शुल्क के कोई काम नहीं होता।
विश्व मजदूर दिवस 1 मई के खास दिन ग्राम पंचायत में मजदूरों को हाल जाना गया तो रोजगार सहायक के कारनामे खुलकर सामने आ गए। ग्रामीणों ने बताया कि पीएम आवास योजना के तहत ग्राम पंचायत के अंतर्गत दर्जनों मकानों का निर्माण कार्य कराया गया है। सभी आवासों में शासन की ओर से मिलने वाली मजदूरी भुगतान की राशि कम लोगों को ही प्राप्त हो पाई है।
मजदूरों ने रोजगार सहायक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि रोजगार सहायक मजदूरी भुगतान के बदले में मुर्गा ओर दारू की मांग करता है। इतना ही नहीं कई मजदूरों के खातों से राशि का आहरण होना भी बताया जा रहा है, जो हितग्राहियों को आज तक प्राप्त नहीं हो पाया है। मजदूरों ने कहा कि रोजगार सहायक के द्वारा मजदूरी भुगतान की एवज में दारू मुर्गा की मांग की जाती है। जिसने मुर्गा-दारू दे दिया उसका काम हो गया और जो मुर्गा दारू नही दे पा रहे वो मजदूरी पाने के लिये रोजगार सहायक के चक्कर लगा रहे हैं।
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