झंडा फहराने को लेकर दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इसके बाद इंटरनेट सेवाएं इस क्षेत्र में बंद कर दी गई हैं. घटना सोमवार की मध्यरात्रि की है. पुलिस और राजस्थान आम्र्ड कांस्टेबुलरी (आरएसी) की टीमें मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के लोगों को समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रित किया. हालांकि देर रात दोनों समूह के लोग वापस लौटे और मामला फिर गरमा गया.

राजस्थान के जोधपुर के जालौरी गेट और ईदगाह इलाके में देर रात तक भारी पुलिस बल तैनात रहा. स्थानीय सूत्रों ने पुष्टि की कि कुछ लोग जालोरी गेट चौराहे पर झंडा फहरा रहे थे. इस दौरान वीडियो बना रहे एक शख्स की कुछ युवकों ने पिटाई कर दी. कुछ लोग उसे बचाने आए तो उन पर भी हमला कर दिया. देखते ही देखते दूसरे गुट ने पथराव शुरू कर दिया.

यह हंगामा देर रात तक जारी रहा और एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इस पथराव में उदयमंदिर एसएचओ अमित सिहाग और डीसीपी पूर्वी भुवनभूषण यादव भी घायल हो गए. पुलिस ने पीछा कर लोगों को उनके घर भेज दिया. इसके बाद जबता ईदगाह रोड और जालोरी गेट चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. जालौरी गेट की ओर जाने वाले कई रास्तों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया. देर रात सूरसागर विधायक सूर्यकांत व्यास और निगम दक्षिण महापौर वनिता सेठ भी मौके पर पहुंचे और 2.30 बजे तक पुलिस चौकी के बाहर बैठे रहे.

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घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि जोधपुर के जालोरी गेट पर दो गुटों के बीच झड़प से तनाव पैदा हो गया है. प्रशासन को हर कीमत पर शांति व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. प्रेम और भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए, मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग करने की एक मार्मिक अपील करता हूं.”