प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आरपीएफ में कुछ बड़े साहब के खास लोगों को वरदान मिला है. वरदान भी ऐसा कि कागजों में उनकी पोस्टिंग कहीं और दर्शाई गई है, तो वे ड्यूटी कही और कर रहे हैं.

 इसमें से एक बड़े साहब के घर खाना बनाता है, तो दूसरा साहब के लिए फल-सब्जी लाने का काम करता है. सूत्रों के मुताबिक, फल सब्जी वाले को बिलासपुर पोस्ट में स्पेशल ड्यूटी करने के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा एक बिलासपुर डिवीजन के बड़े साहब का स्टेनो हैं. ये स्टेनो वर्षों से वहां पदस्थ है. लेकिन उन्हें वहां से आरपीएफ का कोई भी नियम-कानून कभी हिला नहीं पाता, जबकि दो अन्य कोरबा में पदस्थ बताएं जाते हैं.

ऐसा ही हाल कुछ रायपुर रेल मंडल का भी है. यहां एक सब इंस्पेक्टर को साहब की सेवा का फल मिल रहा है. उनकी पोस्टिंग कागजों में तो चरोदा में है. लेकिन वे सादी वर्दी में स्टॉफ द्वारा पकड़े गए चोरों की क्रेडिट लेने के लिए जाने जाते हैं. इस पूरे मामले में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आरपीएफ आईजी अपना पक्ष देने से भी बचते हैं.

वहीं खबर तो यह भी है कि नागपुर रेल मंडल के एक थाने में दो स्टॉफ के बीच हंसी-मजाक के बाद मामला बिगड़ गया और मामला हाथा-पाई तक पहुंच गया. ये जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंची और उन्हें थाने पहुंचना पड़ा. जिसके बाद दोनों को समझाइश दी गई है.

घर में खाना कौन बनाए… हम तो मेस से ही खाएंगे

वहीं बड़े साहब का वरदान प्राप्त दो बड़े अधिकारी के घर तीनों टाइम मेस से ही खाना पहुंचता है. अब तो मेस से खाना लेकर उनकी सेवा करने वाला स्टॉफ भी परेशान हो चुका है. लेकिन वो करे भी तो क्या? कहीं शिकायत की तो साहब और मैडम नाराज न हो जाएं. इसलिए वे चुप-चाप अपनी ड्यूटी कर रहे है. खबर तो ये भी है कि उनके घर आने वाले मेहमानों के लिए भी खाना सरकारी खजाने से ही आता है. यानी पांचों ऊंगली घी में… कुछ महीनों पहले मेस में गड़बड़ी की शिकायत हुई थी. जिसके बाद हलचल थी, लेकिन अब मामला पूरी तरह फिट है.

साहब ने संदेशा भिजवाया… मामला हो गया लीक

खबर है कि जोन के बड़े साहब कुछ चुनिंदा इंस्पेक्टरों को खूब हड़काने में लगे हुए है. एक छोटी सी गलती हुई कि नहीं उन्हें चार्जशीट दे दी… इसी बीच एक सीनियर इंस्पेक्टर को साहब ने अपने एक दूत से संदेशा भिजवाया. वो संदेशा क्या था ये तो पता नहीं. लेकिन साहब ने संदेशा भिजवाया था ये खबर अब पूरे जोन में चर्चा का विषय है. सब अपने अपने हिसाब से इसके बारे में बात कर रहे है. वहीं साहब के घर अक्सर जाने वाले एक सूत्र ने बताया कि एक तरफ तो साहब को पूरा लाव-लश्कर चाहिए. लेकिन घर में उन्होंने अपने सीसीटीवी नहीं लगवाएं है. न घर के आस-पास… शायद उन्हें डर है कि किसी को पता न चल जाएं कि उनके घर उनसे मिलने कौन-कौन आ रहा है. इसलिए पूरे रेलवे कॉलोनी में अफसरों के घर के पास कैमरे लगे है. लेकिन उनका मुंह साहब के घर के तरफ नहीं करने दिया गया. (आरपीएफ के अंदर की बात बताने के लिए आप 9329111133 पर संपर्क कर सकते है. आपका नाम गोपनीय रखा जाएगा. आप वाट्सअप कॉल में भी जानकारी दे सकते है.)