रायपुर. शहर में होली का त्यौहार पूरे शबाब पर है. अंकल-आंटियां, पापा-मम्मियां, फूफा और फूफियां सभी फुलटास तैयारी करके बैठे हैं. मौसम भी खासा रुमानी है. बच्चों का दिल हमेशा की तरह बच्चा ही है. हां, कुछ-कुछ बुजुर्गों का भी दिल बच्चे जैसा मचल रहा है. मौसम में खुमारी है भांग की. कहीं-कहीं अंगूर की बेटी ने भी कहर बरपा रखा है. कुल मिलाकर शहर के मौसम का हाल फिलहाल पूरी तरह रूमानी है, आप जमकर होली खेलिए.

मोहल्लों में बच्चे जहां छोटे-छोटे गुट बनाकर हर आने-जाने वाले के कपड़ों से लेकर शरीर तक पर चित्रकारी बनाने से नहीं चूक रहे हैं वहीं ठरकी किस्म के अंकल पूरे साल से जिन-जिन आंटियों के चक्कर में पड़े थे आज उनके अंदर का शाहरुख खान बस किसी भी पल जाग सकता है. वहीं, मोहल्ले की आंटियां भी फाउंडेशन और फेस पैक लगाकर त्वचा की झुर्रियां छुपाने के सफल प्रयास करने में जुटी हुई हैं.

होली हर साल की तरह शादी-शुदा मर्दों के लिए ठीक पिछले सालों जैसी ही मनाए जाने की खबर है. इनकी पूरी रात गुझिया बनाते और कचौरियां तलते हुए बीती. जिससे समझ सकते हैं कि होली हो या दीवाली शादी-शुदा मर्दों को घरेलू कामों से इस होली भी फुर्सत मिलने के कोई आसार नहीं हैं. भाभियां फिलहाल होली में पूरे मूड में हैं, बस उनकी खूबसूरती की जमकर तारीफ करके उनके साथ होली पर नाच-गाना और रोमांस तक कर सकते हैं लेकिन ये सब सिर्फ टेंपरेरी है, परमानेंट बिल्कुल भी मत समझ लीजिएगा.

लौंडों-लपाड़ियों के लिए इस साल भी होली बस मोहल्लों-मोहल्लों में गाड़ी दौड़ाते ही बीतने के आसार हैं. कहीं चिंकी तो कहीं पिंकी तो कही टीना तो कहीं मीना, बस दिल के अरमां इस साल भी नालियों में ही बहेंगे. इस होली भी मौसम कुछ ऐसा है कि इन लौंडों के हाथ कुछ खास नहीं लगने वाला है सिवाय एक-दो भाभियों के फोन नंबर के.

होली का रुमानी मौसम अंकलों के बुढ़ापे में हर साल की तरह इस साल भी नए-नए अरमान जगाएगा लेकिन क्या करें उमर का फेर ऐसा है कि अरमानों पर पानी फिर ही जाता है. जिस कमसिन हसीना को देख-देखकर पूरा साल अंकल जी आहें भरते रहे जब उन ‘मैडम’ का होली के रंग भरे पानी में यौवन बाहर आया तो अंकल को लगा कि अपनी वाली ही ठीक हैं.

वैसे होली के मौसम में हाल आंटियों औऱ भाभियों का भी कुछ कम नहीं है. आंटियां जहां मोहल्ले के लौडों को कहीं से भी ये एहसास नहीं होने देना चाहती कि उनकी उमर अग्रवाल जी की बेटी टीना से बस एक-दो साल ही ज्यादा है वहीं भाभियां भी पूरी प्लानिंग में हैं कि कम से कम इस होली तो मोहल्ले के लौंडे ये कह दें कि भाभी अभी आपकी उम्र 16 से ज्यादा की नहीं लगती है. फुल प्लानिंग है भाई साहब इस बार.

तो, होली पर मौसम रूमानी है, आप भी शायराना हो जाइए. गाइए-गुगुनाइए, फाग गाइए, दिल के दबे अरमान रंगों के साथ बहा दीजिए, खुलकर गले मिलिए और जितने भी शिकवे हैं दोस्तों और दुश्मनों के साथ उन सबको मिटा दीजिए, और रंग न लगवाने वालों को जरुर रंगों से सराबोर कीजिए, बस, इतना कह दीजिएगा कि..बुरा न मानो होली है…लल्लूराम डॉट कॉम भी अपने सभी पाठकों को होली की ढे़र सारी शुभकामनाएं देता है.