हेमंत शर्मा, इंदौर। शहर के सयोगिता गंज थाना क्षेत्र स्थित एचपी पेट्रोल पंप पर पिछले दिनों टैंकर खाली होते वक्त टैंकर में आग लगने की घटना हुई थी। घटना सामने आने के बाद इंदौर जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। आदेश के बाद एडीएम पवन जैन ने 16 दिन बाद कलेक्टर को जांच रिपोर्ट सौंप दी है।

जांच रिपोर्ट में पेट्रोल पंप संचालक और कर्मचारियों की घोर लापरवाही सामने आई है। पंप में आग बुझाने वाले जरूरी उपकरण भी नहीं थे। कलेक्टर के मुताबिक घटना के वक्त पेट्रोल पंप में 8 हजार लीटर पेट्रोल मौजूद था। बड़ा विस्फोट होता तो कई जाने जा सकती थी। पंप संचालक को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। लापरवाही को लेकर लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई भी की जा सकती है।

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बता दें कि आगजनी की घटना के बाद प्रशासन ने पंप पर सीलबंद की कार्रवाई की थी। पंप फिलहाल बंद है। वहीं बंद पंप का चालू करवाने बीजेपी के बड़े नेताओं द्वारा प्रशासन पर लगातार अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। चूंकि इस मामले में कलेक्टर मनीष सिंह ने खुद नोटिस जारी किया था, लिहाजा नेताओं के फोन घनघनाने शुरू हो गए हैं। यह भी बताया जाता है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद एवं अनावश्यक दबाव को देखते हुए प्रशासन द्वारा लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई भी की जा सकती है।

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