शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी रायपुर के रावतपुरा सरकार आश्रम में शुक्रवार को मां राजराजेश्वरी ‘‘ललिताम्बिका’’ के एक लाख अर्चन का लक्ष्यार्चन अनुष्ठान किया गया.

रावतपुरा सरकार ने इस अनुष्ठान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मां राजराजेश्वरी ‘‘ललिताम्बिका’’ के अर्चन का विशेष महत्व है. ललिता सहस्त्रनाम में मां के 1008 नामों का वर्णन है. ललिता सहस्त्रनाम को शिव-पार्वती ने गाया है.

देवताओं ने भी उसका श्रवण और पठन-पाठन किया है, जिसके बाद जीवन को एक सकारात्मकता देने वाली ये युक्ति मानवों को मिली है. दक्षिण भारत में ललिता सहस्त्रनाम का पाठ और अर्चन किया जाता है, लेकिन उत्तर भारत में इसका आभाव है.

ऐसे आयोजनों के माध्यम से इसे जन-जन तक ले जाने का लक्ष्य है. इसलिए मां राजराजेश्वरी ‘‘ललिताम्बिका’’ के लक्ष्यार्चन अनुष्ठान का आयोजन किया गया है.

दैवीय शक्ति से परिपूर्ण ललिता सहस्त्रनाम अनुष्ठान मनुष्य के विकारों को नष्ट कर नए सकारात्मक विचारों को सृजित करता है, जिससे प्राणियों को असीम शांति का अनुभव होने के साथ उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं..