दिल्ली. कभी देश में मीडिया बिजनेस खासतौर पर इलेक्ट्रानिक मीडिया को रास्ता दिखाने वाले मीडिया कारोबारी और नेता जेके जैन का निधन हो गया.

भाजपा के राज्यसभा सदस्य रहे और उसके बाद कांग्रेस ज्वाइन करने वाले मीडिया मुगल जेके जैन ने उस वक्त देश की राजनीति में सनसनी मचा दी थी जब उन्होंने देश के सबसे ताकतवर नौकरशाह और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के खासमखास बृजेश मिश्रा पर आरोपों की झड़ी लगा दी थी. उन्होंने अपनी उपेक्षा से क्षुब्ध होकर कांग्रेस भी ज्वाइन कर ली थी लेकिन फिर से वो भाजपा में लौट आए.

जैन को भाजपा की दिग्गज नेता राजमाता विजय राजे सिंधिया का बेहद करीबी माना जाता था. माना जाता है कि राजमाता सिंधिया की वजह से ही जैन ने भाजपा ज्वाइन की थी लेकिन उनका पार्टी से मोह भंग भी हो गया. जैन ने देश के इलेक्ट्रानिक मीडिया में उस वक्त कदम रखा था जब बेहद चुनिंदा टीवी न्यूज चैनल्स हुआ करते थे. उनके निधन से मीडिया के साथ साथ एक मुंहफट और साफ बोलने वाले राजनितिज्ञ के तौर पर भी जाने जाते थे।