गया। 84 लाख के इनामी माओवादी संदीप यादव का बिहार के गया जिले के लुटुआ थाना अंतर्गत जंगल में शव मिला है. नक्सली को धोखे से जहर देकर मारे जाने की आशंका जताई जा रही है. संदीप कुमार उर्फ विजय यादव (55 साल) बांकेबाजार प्रखंड के बाबूराम डीह गांव का रहने वाला था. उसकी पत्नी शिक्षिका है.
नक्सली संदीप यादव के खिलाफ बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में करीब 500 नक्सली कांड दर्ज हैं. जानकारी के अनुसार, विभिन्न राज्यों की पुलिस द्वारा रखे गए इनामों को जोड़ दिया तो संदीप उर्फ विजय 84 लाख का इनामी माओवादी था. करीब 3 दशकों से बिहार झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में विध्वंसक कांडों को अंजाम दिया था. बिहार में उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं.
संदीप यादव मूल रूप से गया जिले के बांकेबाजार प्रखंड के बाबू राम डीह गांव का रहने वाला था. वह कम उम्र से ही नक्सली संगठन से जुड़ गया था. जुड़ने के बाद उसने भाकपा माओवादी के बैनर तले एक से बढ़ कर एक दिल दहला देने वाली नक्सली वारदात को अंजाम दिया. उसके हमले में कई पुलिस वालों की जान जा चुकी है. वहीं, बीते दिनों हुए बम ब्लास्ट में वह घायल हो गया था. उसके बाद से वह काफी डरा हुआ था.
2018 में देश में पहली बार ईडी ने किसी नक्सली नेता के खिलाफ कार्रवाई की थी, तो वह संदीप यादव ही था. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने नक्सली संदीप यादव उर्फ विजय यादव उर्फ रूपेश की 86 लाख मूल्य की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया था. जब्त संपत्ति में भूखंड और फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपया प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आंकी गयी थी. ईडी की ओर से यह जब्ती बिहार के गया और औरंगाबाद क्षेत्र से की गई थी.