रायपुर. प्रदेश की जनता की समस्याओं के प्रति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कितना सरोकार रखते हैं और उनके जीवन में खुशहाली लाने किस तरह से असाधारण कदम भी उठाते हैं, इसका उदाहरण आज धनोरा में भेंट मुलाकात के दौरान देखने को मिला. भेंट मुलाकात में एक बच्ची श्रीजला को लेकर उसके अभिभावक पहुंचे. बचपन से ही श्रीजला के अंग विकसित नहीं हो पाए हैं. मुख्यमंत्री ने इस बच्ची की सर्जरी कराने के निर्देश दिए, ताकि काफी कुछ राहत बिटिया को दी जा सके.

सीएम ने कहा कि बिटिया के खाते में पांच लाख रुपए की राशि का फिक्स्ड डिपाजिट भी किया जाए, ताकि भविष्य में बिटिया की जरूरत पूरी हो सके. अभिभावक आश्वस्त थे कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री बिटिया के इलाज के संबंध में जरूर निर्देश देंगे, लेकिन उन्हें यह सुनकर बहुत अच्छा लगा जब मुख्यमंत्री ने बिटिया के लिए पांच लाख रुपए के फिक्स्ड डिपॉजिट के निर्देश दिए. इसी तरह 22 साल की चतुर्वेदी नेगी का भी इलाज और तीन लाख रुपए देने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की.

श्रीजला के हाथ-पैर जन्म से ही अविकसित

धनोरा में भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से मिलने आए चिनियागांव के समीर नाग ने बताया कि उनकी 3 साल की भांजी श्रीजला के हाथ-पैर जन्म से ही अविकसित हैं. श्रीजला का परिवार भी आर्थिक रूप से कमजोर है और बच्ची के भावी जीवन को सुरिक्षत करने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवेदनशीलता दिखाते हुए बच्ची के लिए 5 लाख रुपए की एफडी करने की घोषणा की और कहा कि उसके इलाज और ऑपरेशन का सारा खर्च सरकार वहन करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा श्रीजला जब 18 साल की होगी तब उसे पूरी राशि प्राप्त होगी.

दिव्यांग बेटे का इलाज कराएगी सरकार

भेंट मुलाकात मे अमलिका नेगी ने मुख्यमंत्री से मिलकर अपने 21 वर्षीय मानसिक और शारिरिक रूप से दिव्यांग इकलौते बेटे की सहायता की गुहार लगाई. मां की गुहार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप चिंता न करें, आपके बेटे का इलाज सरकार कराएगी और उसके खाते में 3 लाख रुपए भी जमा करेगी. उन्होंने कहा कि आपकी चिंता हमारी चिंता है, हम चतुर्वेदी नेगी का पूरा ईलाज शासन की ओर से कराएंगे.