जिन अच्छे दिनों की उम्मीदें लोगों ने की थी, आज वे उदासीनता के तले दबी नजर आ रही हैं. देश में अन्य समस्याओं के साथ-साथ बेरोजगारी भी विकराल रूप लेती जा रही है. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में बेरोजगारों की संख्या पांच करोड़ से भी ज्यादा है. उनमें से साढ़े तीन करोड़ लोग तो वे हैं, जो उच्च शिक्षा प्राप्त हैं. सेंटर फार मानिटरिंग इंडियन इकोनामी की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में दिसंबर, 2021 तक 5.3 करोड़ लोग बेरोजगार थे. 2015 की एक रिपोर्ट के अनुसार हर रोज साढ़े पांच सौ नौकरियां खत्म हो रही हैं. अब फिर युवाओं को बेरोजगारी की मार पड़ेगी. रेलवे के 10 हजार से ज्यादा पद खत्म हो जाएंगे.

उत्तर मध्य रेलवे जोन में आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाने वाले है. एनसीआर जोन में नॉन सेफटी कैटेगरी के दस हजार से ज्यादा पदों को सरेंडर किया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि मुख्यालय स्तर पर सूची बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. एनसीआर में प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल में जो भी पद सरेंडर होंगे उसकी सूची बनना शुरू हो चुकी है. जानकारी के अनुसार मंगलवार 31 मई 2022 को सरेंडर किए जाने वाले पदों की सूची रेलवे बोर्ड को भेज दी जाएगी. दरअसल रेलवे बोर्ड द्वारा 20 मई को एनसीआर समेत सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को एक पत्र जारी किया गया था. इसके माध्यम से गैरसंरक्षा श्रेणी के 50 प्रतिशत पदों को तुरंत समाप्त करने के लिए कहा गया है.

31 मई तक 50 फीसदी पद समाप्त

रेलवे बोर्ड की डायरेक्टर एमपीपी रेनू यादव द्वारा जारी गए किए पत्र में कहा गया है कि सभी जोनल रेलवे व रेल उत्पादन इकाइयां 31 मई तक 50 फीसदी पद समाप्त कर अनुपालन रिपोर्ट बोर्ड को भेजें. वहीं एनसीआर सीपीआरओ डॉ. शिवम शर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड से अभी कई पत्र प्राप्त हुए है. उन सभी पत्रों पर अध्ययन चल रहा है. पिछले कई सालों में कई ऐसे पद है जिनका कोई उपयोग नहीं हुआ है. साथ ही बीते कुछ सालों में नई एक्टिविटी भी शुरू हुई हैं. उसके सापेक्ष पद नहीं है, ऐसे में अब जिन पदों का उपयोग नहीं रह गया है उन कर्मचारियों का कोई काम नहीं है.

ये पद होंगे खत्म

रेलवे बोर्ड द्वारा जारी पत्र के बारे में चर्चा यह भी है कि अब टाइपिस्ट, बिल पोर्टर, सेनेटरी हेल्पर, माली, सहायक कुक, दफ्तरी, कारपेंटर, पेंटर, गार्डनर, असिस्टेंट सेल्समैन, कैटरिंग असिस्टेंट, वॉलमैन सहित कई पदों को खत्म कर इन पदों पर कार्यरत स्टाफ को अन्य विभागों में भेज दिया जाएगा. इसके साथ ही भविष्य में इन पदों पर रेलवे आगे भर्ती भी नहीं करेगा. बोर्ड ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जोनल रेलवे अपने स्तर पर भी ऐसे पदों को चिन्हित करे, जिन पर स्टाफ का पूरा उपयोग नहीं हो रहा है. इस श्रेणी में टाइम कीपर स्टाफ, सांख्यिकी स्टाफ, टिकटिंग स्टाफ, सुरक्षा स्टाफ, स्टोर खलासी सहित अन्य पद शामिल हैं.

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भाजपा सांसद ने अपनी ही सरकार पर बोला हमला

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर अपनी ही सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘विगत 6 वर्षों में तृतीय-चतुर्थ श्रेणी में 72000 हजार पद समाप्त कर चुका रेलवे अब NCR जोन के 10000 पदों को भी समाप्त करने जा रहा है. समाप्त होती हर नौकरी रेलवे की तैयारी कर रहे करोड़ों युवाओं की उम्मीदें तोड़ रही है. यह ‘वित्तीय प्रबंधन’ है या ‘निजीकरण’ की तरफ बढ़ाया जा रहा कदम?’

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