मुंबई. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने दावा किया है कि आर्यन खान अमेरिका में गांजे का सेवन करता था. स्नातक की पढ़ाई के दौरान निद्रा संबंधी विकार से राहत के लिए उसने गांजा लेने की बात स्वीकार की है. आर्यन को क्रूज ड्रग मामले में एनसीबी से क्लीनचिट मिल गई है.
एनसीबी द्वारा दायर आरोप पत्र के मुताबिक, आर्यन ने बयान दिया था कि उसने 2018 में अमेरिका में स्नातक की पढ़ाई के दौरान गांजा पीना शुरू किया था. उस समय उसे निद्रा संबंधी विकार था. आर्यन ने इंटरनेट पर कुछ लेख पढ़े थे, जिनमें कहा गया था कि गांजा पीने से इस समस्या से राहत मिलती है.
अवसाद से उबरने को ड्रग्स ली
क्रूज ड्रग मामले में कुछ आरोपियों ने एनसीबी से कहा है कि उन्होंने अवसाद से उबरने के लिए ड्रग्स लेना शुरू किया था. आरोपियों ने कहा कि अकादमिक और पेशेवर कामकाज के तनाव से निपटने के लिए वे मादक पदार्थ का सेवन करते थे. एक अन्य बयान में आर्यन ने बताया कि वह बांद्रा के एक (मादक पदार्थ) डीलर को जानता था.
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