दिनेश शर्मा, सागर। मध्यप्रदेश के सागर में एक साधु ने मानव धर्म का संदेश दिया है। खुरई के दलपतपुर गांव में साधु ने अनूठी मिसाल पेश करते हुए अपने खर्च पर एक गरीब मुस्लिम बेटी की शादी करवाई है। यह शादी लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग साधु की तारीफ कर रहे हैं।

देश-दुनिया में जहां एक ओर हिंदू-मुस्लिम मंदिर-मस्जिद को लेकर विवाद छिड़ा है। वहीं दूसरी ओर खुरई में एक साधु ने वास्तव में एक अनूठी मिसाल पेश की है। खुरई के दलपतपुर गांव में हनुमान जी मंदिर के एक साधु ने गांव की मुस्लिम समाज की गरीब बेटी की शादी अपने खर्च पर करवाई है।

दरअसल, लड़की के पिता नहीं होने से परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि शादी का खर्च उठा सके। यह बात जब हनुमान मंदिर के पुजारी बाबा विनोद दुबे को बताई गई तो उन्होंने शादी की जिम्मेदारी निभाने की बात कही। पंडित विनोद दुबे ने मंदिर की धर्मशाला में ही बारातियों को ठहराया। फिर मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार मुस्लिम समाज की बेटी का निकाह कराया गया।

मंदिर के पुजारी ने न केवल शादी का खर्च उठाया बल्कि शादी में आए बारातियों सहित मेहमानों का खाना भी स्वयं बनाया। इस मामले में सबसे खास बात तो यह है कि इतना बड़ा कार्य करने के पहले और बाद में पंडित विनोद दुबे ने न तो प्रचार किया न ही किसी को ज्यादा बताया। वरना आज के समय में अस्पताल में मरीजों को फल बांटकर लोग फोटो खींचवाकर खुद की तारीफ करवाते हैं।

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