हरिओम श्रीवास, मस्तूरी (बिलासपुर)। एक तरफ सरकार नरवा, गरुवा, घुरुवा अउ बारी योजना को बेहतर तरीके से अमल में लाने के लिए करोड़ों रुपए लगा रही है, वहीं दूसरी ओर भ्रष्ट व्यवस्था इस योजना को उपेक्षित लक्ष्य हासिल करने से पीछे खींच रही है. ऐसा ही वाकया बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक अन्तगर्त ग्राम पंचायत विद्याडीह में देखने को मिला, जहां वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए पांच महीने पहले चार लाख रुपए की लागत से बनाई गई टंकी अभी से टूटने लगी है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरुवा अउ बारी के तहत विद्याडीह में गौठान में वर्मी खाद कम्पोस्ट के लिए टैंक का निर्माण करवाया गया और ऊपर में शेड लगवाया गया. लेकिन विद्याडीह के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने टंकी की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया. जनप्रतिनियों के साथ-साथ निर्माण कार्य का जायजा लेने वाले जनपद के जिम्मेदार भी इस खामी को नहीं पकड़ पाए.

मवेशियों के लिए चारा-पानी की व्यवस्था के साथ ही साथ खाद रखने के लिए भी टंकी बनाई गई है. आलम यह है कई जगहों से दरार पड़ चुका और गौठान की हालत बद से बदतर और जर्जर हो चुकी है. जबकि 3 से 4 लाख रुपए की राशि का मूल्यांकन सत्यापन हो चुका है, और राशि भी निकल गई है. इस निर्माण कार्य के संबंध में जानकारी लेने पर गोलमोल जवाब देने लगे.

जनपद सीईओ कुमार सिंह लहरे का कहना है कि जानकारी मिला है गोठान में बना टँकी गुडवत्ताहीन नही है जांच करवाया जाएगा एसडीओ, आरईएस के कर्मचारियों को भेज कर जांच करवाया जाएगा. वहीं सरपंच से पूछने पर बताया कि ब्लास्टिंग के वजह से दरार पड़ी जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी. सरपंच का कहना है कि नदी के उस पास जो क्रेशर से ब्लास्टिंग होने के कारण दरार पड़ गया.

वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि ब्लास्टिंग चार किलोमीटर दूर और नदी के उस पार है. तकनीकी सहायक ममता भगत का कहना है कि इन दिनों हम हड़ताल में हूं, और मैने अभी गोठान निर्माण का निरीक्षण नही किया. 2 माह पहले किया था, यदि कहीं दरारें और टूटा हो तो मरम्मत करवा दिया जाएगा.