नासिर बेलिम,उज्जैन। मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला उज्जैन से सामने आय़ा है. जहां लोकायुक्त  की टीम ने पटवारी अजिमुद्दीन कुरेशी को 8 हज़ार रुपए रिश्वत लेते ट्रैप किया है. रोजाना रिश्वत लेते कर्मचारी औऱ अधिकारी गिरफ्तार किए जा रहे हैं. बावजूद इसके मामले कम नहीं हो रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक पूरनलाल धनोतिया निवासी ग्राम निपानिया गोयल ने उज्जैन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा को शिकायत की थी, कि निपानिया गोयल में पदस्थ पटवारी अजिमुद्दीन कुरेशी उसकी भाभी के नाम की दो ज़मीन के सीमांकन के लिए 10 हज़ार रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है.

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शिकायत पर पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा के निर्देश में शुरुआती कार्रवाई करने के बाद पटवारी को ट्रैप किया गया. आज पटवारी को फरियादी से 8 हज़ार रुपए रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है. फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.

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बता दें कि मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना काल के बाद भ्रष्टाचार के मामले में बढ़ोत्तरी हुई है. शासकीय कर्मचारी और अधिकारी रिश्वत ले रहे है. पिछले 3 महीनों में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त ने रिकॉर्ड ट्रैपिंग कर कार्रवाई को अंजाम दिया है. पिछले 3 महीने में 50 से ज्यादा छोटे और मझोले कर्मचारियों अधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. सरकार की जांच एजेंसियां बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं कर पा रही हैं. महज छोटे और मझोले कर्मचारियों अधिकारियों तक ही सीमित है.

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