चंडीगढ़। पंजाब में शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है. दरअसल यहां शराब की कीमतें 30 से 40 फीसदी तक कम हो सकती हैं. दरअसल मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है. मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने शराब कारोबार से 9,647.85 करोड़ रुपए एकत्र करने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक है. मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में वर्ष 2022-23 की नई आबकारी नीति को मंजूरी दी गई.

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नई आबकारी नीति 1 जुलाई 2022 से होगी लागू

नई आबकारी नीति पॉलिसी 1 जुलाई 2022 से लागू होगी. वहीं पिछली कांग्रेस सरकार के लाइसेंस सिस्टम को खत्म कर दिया गया है. अब सरकार इसकी टेंडर कराएगी. हालांकि इस फैसले से छोटे ठेकेदारों को नुकसान होगा. नई एक्साइज पॉलिसी के बाद पंजाब में शराब 35 से 60% तक सस्ती हो जाएगी. एक्साइज अफसरों के मुताबिक हरियाणा के मुकाबले पंजाब में 10 से 15% तक शराब सस्ती मिलेगी. पंजाब में बीयर के रेट अभी 180 से 200 रुपए प्रति बॉटल है, जो गिरकर 120 से 130 तक हो जाएंगे. चंडीगढ़ में बीयर का रेट 120 से 150 रुपए है. इसी तरह भारत निर्मित विदेशी शराब (IMFL) के रेट पंजाब में अभी 700 रुपए है. यह गिरकर 400 रुपए तक हो जाएगा. चंडीगढ़ में इसका रेट 510 रुपए है.

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पंजाब सरकार ने 9 हजार 647 करोड़ रुपए की कमाई का रखा लक्ष्य

पंजाब सरकार का दावा है कि शराब के रेट कम होने के कारण पड़ोसी राज्यों से तस्करी नहीं होगी. हालांकि तस्करी को रोकने के लिए दो अतिरिक्त बटालियन कर और आबकारी विभाग को सौंप दी है. सरकार ने अंग्रेजी शराब पर लगने वाले आबकारी ड्यूटी को 350 प्रतिशत से घटाकर 150 प्रतिशत कर दिया है. देसी शराब पर इसे 250 से कम करके एक प्रतिशत कर दिया गया है. मान सरकार ने पंजाब में शराब के ग्रुप 750 से घटाकर 177 कर दिए हैं. एक ग्रुप अब 30 करोड़ का होगा. पहले यह 4 करोड़ रुपए था. इनका टेंडर ऑक्शन होगा. डिस्टलरीज, लिकर डिस्ट्रीब्यूटर्स और ठेकों को एक-दूसरे से अलग कर दिया गया है. सरकार ने राज्य में नई डिस्टलरी खोलने पर लगी रोक भी हटा दी है. सरकार ने इससे पिछले साल 6,158 करोड़ के मुकाबले 9,647 करोड़ रुपए की कमाई का टारगेट रखा है.