सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. सतही और भूमिगत जलस्रोतों में पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए मिशन अमृत सरोवर चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत सरोवर (तालाब) के निर्माण और जीर्णोद्धार कार्य के क्रियान्वयन और डाक्यूमेंटेशन सहित प्रगति की रिपोर्टिंग के लिए पंचायत स्तर के अधिकारी और सरोवर निर्माण के प्रत्येक स्तर पर सामुदायिक निगरानी व भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायत प्रतिनिधि मनोनित किए गए हैं.

वहीं इनके क्षमता विकास और अमृत सरोवर में इनकी भूमिका की जानकारी देने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद के द्वारा वेबीनार के जरिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया है. यह प्रशिक्षण पंचायत संचालनालय के अधिकारियों के सहयोग से दिया जाएगा.

मनरेगा आयुक्त मोहम्मद कैसर अब्दुलहक ने बताया कि, मिशन अमृत सरोवर के संबंध में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय, नई दिल्ली के द्वारा जारी मार्गदर्शिका के अनुसार प्रत्येक जिले में चिन्हांकित अमृत सरोवर के लिए एक पंचायत स्तरीय अधिकारी एवं एक पंचायत प्रतिनिधि का चयन किया गया है. इन्हें मिशन अमृत सरोवर के संबंध में 11 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दो सत्रों में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा.

साथ ही तय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार पंचायत स्तरीय अधिकारियों के लिए सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक तथा पंचायत प्रतिनिधियों के लिए दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक प्रशिक्षण आयोजित किया गया है. सभी प्रशिक्षणार्थी विकासखण्ड स्तर पर संचालित पंचायत संसाधन केन्द्रों में स्वान नेटवर्किंग के माध्यम से जुड़ेंगे.