बुरहानपुर। जिला अस्पताल में सरकारी राशि गबन मामले में निलंबित आरएमओ डॉक्टर प्रतीक नवलखे की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। डॉक्टर प्रतिक नवलखे ने हेल्थ मिशन की राशि को गबन कर अलग-अलग क्षेत्र में निवेश किया था। गिरफ्तार कथित पत्रकार राजेश निम्भोरकर से पूछताछ के बाद पुलिस जिला अस्पताल के रिकॉर्ड खंगाल रही है।

साथ ही पुलिस कारखेडा स्थित बकरी पालन फार्म से 95 बकरियां, शराब ठेके की साझेदारी फर्म में दी गई 19 लाख पचास हजार की बैंक एफडी को भी जप्त करने कार्रवाई कर रही है। डॉक्टर प्रतिक नवलखे ने हेल्थ मिशन की राशि को गबन कर कई क्षेत्रों में निवेश किया था।

डॉक्टर नवलखे ने कोरोना काल में एनएचएम और राज्य हेल्थ मिशन से आये लाखों रुपए का हेरफेर किया है। राशि को इधर से उधर कर यू-ट्यूब के दो कथित पत्रकारों के खाते में करीब 1 करोड़ 37 लाख की राशि डाली गई। उसने यू-ट्यूब चैनल के दो पत्रकार संजय दुबे और राजेश निम्भोरकर के खाते में लाखों राशि डाली और उस राशि का 10 से 15 प्रतिशत पत्रकारों दिया, लेकिन जब जांच हुई तो पत्रकारों के नाम भी सामने आये। जिसके बाद दो पत्रकारों को भी आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी ने बताया कि संजय दुबे के दुबे इंटरप्राइजेस में 38 लाख 94 हजार डाले गए हैं। राजेश निम्भोरकर से मिलकर धनुष इंटरप्राइजेस फर्म बनाई, जो प्रतीक नवलखे की पत्नी और राजेश निम्भोरकर की पत्नी का जॉइंट फर्म है। उस खाते में 99 लाख डाले। दोनों आरोपियों पर धारा 420, 406, 409, 120 B और अपराधी प्रबंध करना भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा बढ़ा दी गई है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus