जांजगीर-चांपा. मालखरौदा विकासखंड के पिहरीद गांव में 10 जून से 60 फीट गहरे बोरवेल में फंसे राहुल साहू को आखिरकार रेस्क्यू की टीम ने बाहर सुरक्षित निकाला. माता-पिता के साथ राहुल को एंबुलेंस से बिलासपुर के अपोलो अस्पताल के लिए रवाना किया गया. बच्चे को बचाने भूपेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी थी. राहुल को सुरक्षित बाहर निकालने पर सीएम भूपेश बघेल रेस्क्यू टीम व शासन-प्रशासन को बधाई दी.

सीएम बघेल ने कहा कि राहुल को बचाने की चुनौती बड़ी थी. हमारी टीम भी कहां शांत खड़ी थी. रास्ते अगर चट्टानी थे तो इरादे हमारे फौलादी थे. सभी की दुआओं और रेस्क्यू टीम के अथक, समर्पित प्रयासों से राहुल साहू को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. वह जल्द से जल्द पूर्ण रूप से स्वस्थ हो, ऐसी हमारी कामना है.

सीएम भूपेश बघेल के निर्देश के बाद पहले से ही जांजगीर से अपोलो अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना लिया गया था. मेडिकल स्टाफ पूरी तैयारी के साथ अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए थे. राहुल को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ व भारतीय सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला था. शासन-प्रशासन की टीम भी लगातार डटी रही.

सीएम बघेल लगातार कर रहे थे माॅनिटरिंग
बता दें कि राहुल को बोरवेल में गिरे चार दिन हो गए हैं. उसे बचाने शासन-प्रशासन व रेस्क्यू की टीम लगातार जुटी हुई थी. सीएम भूपेश बघेल भी लगातार ऑनलाइन माॅनिटरिंग कर रहे थे और हर संभव राहुल को बचाने की कोशिश करने के निर्देश अफसरों को दे रहे थे. आखिरकार रेस्क्यू टीम को सफलता मिली है. घटना की जानकरी मिलते ही राहुल का रेस्क्यू शुरू कर दिया गया था, लेकिन तमाम कोशिशें नाकाम हो रही थी. सीएम भूपेश बघेल के निर्देश के बाद शासन-प्रशासन ने राहुल को बचाने में अपना पूरा जोर लगा दिया था.

लगातार मौके पर डटे रहे अफसर
रेस्क्यू के दौरान कलेक्टर-एसपी पूरा प्रशासनिक अमला लगातार मौके पर डटा रहा. मौके पर आईजी भी डटे रहे. सभी अफसर पल-पल का अपडेट लेते रहे. सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर गुजरात और राजस्थान से भी विशेष टीम बुलाई गई थी.

विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने कहा है कि जिंदगी जीनें की जिद के आगे मौत भी सर झुका लेता है. राहुल सकुशल बहार आया. बोरवेल के अंदर एक सांप और एक मेढ़क ईश्वर की दूत की तरह साथ रहा. सेना के जवानों, जिला प्रशासन, सरकार की मेहनत सहित देश-प्रदेश वासियों की दुआ से राहुल सलामत बाहर निकला