दिल्ली. देश में चर्चा का मुद्दा बनी हादिया उर्फ अखिला अशोकन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि वो सिर्फ औऱ सिर्फ मुसलमान धर्म में बने रहना चाहती थी जिसके लिए ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
हादिया ने अपने परिवार वालों पर आरोप लगाया कि उनके घरवालों ने उन्हें घर में बंद कर काफी प्रताड़ित किया था जिसके चलते वे बेहद तनाव में थीं. हादिया ने कहा कि मेरे लिए कई संगठनों और लोगों ने काम किया मैं उन सबका धन्यवाद अदा करना चाहती हूं.
संविधान पर भरोसा जताते हुए हादिया ने कहा कि मुझे ऐसा करने की अनुमति देश का संविधान देता है. इसलिए मैंने उसके मुताबिक ही कदम उठाया था. ये अलग बात है कि मुझे अपने हक के लिए दो साल तक संघर्ष करना पड़ा.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हादिया के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा था कि वह अपने पति के साथ रह सकेंगी औऱ उसने उनकी मुस्लिम युवक से शादी को मंजूरी दी थी.