चंडीगढ़। राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज सुखमनप्रीत सिंह की हत्या मामले में सात साल बाद सीबीआई ने हाईकोर्ट के जज की बेटी को गिरफ्तार किया है. मामला लव ट्राइंगल का बताया जा रहा है.

राष्ट्रीय स्तर के शूटर और वकील सुखमनप्रीत सिंह सिद्धू उर्फ ​​सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के एक पार्क में 20 सितंबर 2015 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या में 12 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था और उसमें से चार गोलियां चलाई गई थीं. चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर 26 थाने में हत्या का मामला दर्ज किया था.जनवरी 2016 में मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसके बाद जांच एजेंसी ने हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की थी. सितंबर 2016 में सीबीआई के अधिकारियों ने हत्या के इस मामले में सुराग देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी.

दिसंबर 2021 में सीबीआई ने इनाम राशि को बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया था. हालांकि, जांच एजेंसी मामले में आगे बढ़ने में विफल रही थी. 2020 में सीबीआई ने अदालत में एक “अनट्रेस्ड रिपोर्ट” भी दायर की थी और उल्लेख किया था कि जांच को खोलने और जारी रखने की अनुमति दी जा सकती है क्योंकि इससे सिप्पी सिद्धू हत्या में एक महिला की भूमिका पर संदेह पैदा हुआ है.

घटना के लगभग सात साल बाद सीबीआई अधिकारियों ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना की बेटी कल्याणी सिंह को गिरफ्तार किया है. न्यायमूर्ति सबीना हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी हैं. कल्याणी को सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट सुखदेव सिंह के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है. मामले की पिछली सुनवाई के दौरान सीबीआई ने सिप्पी हत्याकांड में आगे की जांच के संबंध में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक महीने का समय मांगा था.

सीबीआई ने आरोपी कल्याणी सिंह को गिरफ्तार किया है, कल्याणी की मां हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की जज है. वहीं मृत सुखमनप्रीत के पिता पंजाब एण्ड हरियाणा हाइकोर्ट में असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल रह चुके हैं, वहीं उसके दादा पंजाब एण्ड हरियाणा हाईकोर्ट में जज थे.