शिवम मिश्रा, रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच ‘नक्सल प्रदेश’ को लेकर सियासी जंग छिड़ गई है. रमन सिंह के वार पर सीएम बघेल ने तीखा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि भूतपूर्व मुख्यमंत्री की तो सुरक्षा मेरे से कहीं ज्यादा है, ऐसे में तो रमन सिंह को लिखकर दे देना चाहिए कि मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है.

इतना ही नहीं सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर बरसते हुए कहा दिल्ली में मुझे भीड़-भाड़ वाली जगह पर बीच रास्ते में रोक दिया गया था, मैंने सिर्फ इतना कहा कि मैं नक्सल राज्य से आता हूं. मेरे पास जेड प्लस सुरक्षा है, लेकिन रमन सिंह इस पर ट्वीट कर राजनीति कर रहें है. छत्तीसगढ़ को बदनाम कर रहें है.

भूपेश ने कहा कि मैं कहता हूं, मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है, न ही जेड प्लस सिक्योरिटी चाहिए और न ही बुलेट प्रूफ कार चाहिए, लेकिन मुझसे ज्यादा सुरक्षा तो भूतपूर्व मुख्यमंत्री के पास है. रमन सिंह मुझसे ज्यादा सुरक्षा लेकर चलते हैं.

छत्तीसगढ़ को 4 ब्लॉक से 14 जिला बनाने में भी तो आपका हाथ था. अगर रमन सिंह को लगता है, कोई बात नहीं तो उनको मेरे से ज्यादा जो सुरक्षा है, हटा देना चाहिए. रमन सिंह को लिखकर दे देना चाहिए कि मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है.

क्या था पूरा मामला ?
दरअसल, सीएम भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर थे, जहां वे ED के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इसी बीच उनकी गाड़ी बीच सड़क पर रोक दी गई थी. जिसपर सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था.

सीएम बघेल ने लिखा था कि मैं नक्सल प्रदेश से आता हूं, मुझे Z+ सुरक्षा है. मुझसे कह दिया जाता है कि सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी लेकर जाएंगे. मुझे बीच सड़क पर एक घंटे तक रोक दिया जाता है. मैं अपने घर में इनसे पूछकर जाऊंगा ? मैं अपने कार्यालय इनसे पूछकर जाऊंगा ? आखिर साज़िश क्या है ? #डरेंगे_नहीं

रमन सिंह ने किया था ट्वीट
इस पर रमन सिंह ने ट्वीट कर तंज कसा था. रमन ने लिखा था कि भूपेश बघेल जी !गांधी परिवार की जितनी सेवा करनी है कीजिए, लेकिन अपनी गंदी राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ को बदनाम मत कीजिए। छत्तीसगढ़ “नक्सल प्रदेश” नहीं हैं, “संभावनाओं का गढ़” है, समृद्ध और अनोखी संस्कृति व विरासत है हमारी।