कुमार इंदर, जबलपुर। शहर के एल्गिन अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान एक महिला के पेट में कैंची छोड़ने के मामले को जिला उपभोक्ता फोरम ने घोर लापरवाही माना है। फोरम के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव ने पीड़ित महिला को 6 लाख रुपए मुआवजा देने के निर्देश दिए है। फोरम ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा दुबे को आदेश दिया है कि, वो पीड़िता को दो महीने के अंदर पैसों का भुगतान कर दें। इसमें महिला द्वारा भोपाल में कैंची निकलवाने के ऑपरेशन में खर्च हुई एक लाख रुपये और शारीरिक व मानसिक पीड़ा पहुंचाने 5 लाख रुपये का मुआवजा शामिल है। इसके आलावा कोर्ट केस में लगे 5 हजार रुपये का भुगतान भी अलग से दो माह के अंदर करने के आदेश दिये हैं।
साल 2019 में किया था आपरेशन
आपको बता दे की अधारताल अमखेरा निवासी 30 वर्षीय मंजू कुशवाहा की तरफ आवेदन किया गया था जिसमें कहा गया था कि, 6 सितंबर 2009 को एल्गिन अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा दुबे ने उनका सिजेरियन ऑपरेशन किया था। जिसके कुछ दिनों तक वह अस्पताल में भर्ती रहीं। इसके बाद डिस्चार्ज होने के उपरांत होने तकलीफ हुई, जिस पर उन्हाने पुनः डॉ. नीरजा दुबे से संपर्क कर अपनी समस्याएं बतायी। जिन्होंने बिना जांच कराये दवाईंयां दे दी, लेकिन उनकी समस्या में कमी नहीं आई।
भोपाल में जांच के दौरान चला पता
पीड़िता ने जब भोपाल में जांच कराई तो उन्हें पता चला कि ऑपरेशन के दौरान उनके पेट में 14 सेमी. लंबी कैंची छोड़ दी गई। किसके बाद दोबारा ऑपरेशन करवाकर कैंची निकलवाई गई। जिसमे एक लाख रूपए का खर्चा आया था। भोपाल ने डॉक्टरों ने बताया कि अगर समय रहते महिला के पेट से कैची नहीं निकाली जाती तो महिला की जान भी जा सकती थी।
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