गौरव जैन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. जिला प्रशासन की ओर से माधव राव सप्रे की 151वीं जयंती के अवसर पर ईको हिल रिसॉर्ट कबीर चबूतरा में दो दिवसीय सप्रे स्मृति महोत्सव का आयोजन किया गया है. पहले दिन आज देश-प्रदेश के 20 से अधिक मूर्धन्य पत्रकारों, साहित्यकारों और कवियों ने साहित्य के क्षेत्र में सप्रे जी के अप्रतिम योगदान पर अपने विचार व्यक्त किए.

तीन सत्रों में वक्ताओं ने सप्रे जी की पत्रकारिता के विविध आयामों, भाषाई संगम, पत्रकारिता के सिद्धांत, पत्रकारिता की विधाएं, उनकी रचनाओं, आलेखों, विचारों और चिंतन पर विस्तार से प्रकाश डाला. प्रथम सत्र में छत्तीसगढ़ के ख्यातिनाम इतिहासकार, भूगोलविद, स्तंभकार और साहित्यकार गणेश शंकर शर्मा ने सप्रे और स्वतंत्रता आंदोलन, होलीक्रास वीमेंस कॉलेज अंबिकापुर के हिंदी विभागाध्यक्ष मृदुला सिंह ने एक टोकरी भर मिट्टी हिंदी कहानी की दशा, भारतीय भाषाओ के सर्वश्रेष्ठ लेखकों में शुमार गीत चतुर्वेदी ने अनुवाद सीमा और संभावना विषय पर वक्तव्य दिए.

कवियों ने किया कविता पाठ
द्वितीय सत्र में डॉ. चंद्रशेखर शर्मा राजनांदगांव, प्रोफेसर मनीषा शर्मा इंदौर, वेदचंद जैन गौरेला, अखिलेश नामदेव पेंड्रा शरद अग्रवाल पेंड्रा ने माधव राव सप्रे और उनकी पत्रकारिता विषय पर वक्तव्य दिए. महोत्सव के तृतीय सत्र में प्रखर वक्ता, पुरातत्व प्रेमी, लोकप्रिय कवि और उपन्यासकार और भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी राजीव शर्मा ने प्रशासनिक दायित्व और सोशल मीडिया विषय पर और दो दशक से सक्रिय पत्रकारिता का हिस्सा रहने वाले अतुल चैरसिया ने सोशल मीडिया और उसकी चुनौतियां विषय पर वक्तव्य दिए. पहले दिन के तीनों सत्रो के बाद कविता पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें मीर अली मीर (रायपुर), रामकुमार तिवारी (बिलासपुर), गीत चतुर्वेदी (भोपाल) शरद कोकास (दुर्ग), पूनम वासम (बीजापुर) ने कविता पाठ किया.