अबूझमाड़ के किसानों का अब तक यह हाल था कि बारिश हो जाये तो ठीक वरना भगवान भरोसे ही खेती थी. खेत में पंप ना होने की वजह से सिंचाई की सुविधा नहीं है. लेकिन अब पट्टा मिल गया है तो जल्द ही खेत में सोलर पंप लग जाएगा. किसानों को यह उम्मीद थी प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल से.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत अबूझमाड़ सर्वे के किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए बोरवेल खनन करने में झोंक दी है. राज्य शासन द्वारा अबूझमाड़ सर्वे-मसाहती खसरा प्राप्त किसानों को खेती को लाभ से जोड़ने, द्विफ़सल लेने और मौसम से निर्भरता खत्म करने सौर सुजला योजना से जोड़ा जा रहा है. सर्वे के बाद अब तक शासकीय योजनाओं के लाभ मिलने से किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आ रही है.

किसानों के समूह का क्लस्टर बनाकर बोर किया जा रहा.अबूझमाड़ क्षेत्र में आजादी के 75 साल बाद कोई शासकीय योजना पहुँची तो आदिवासी किसानों की खुशी का ठिकाना ना रहा.अब तक इस क्षेत्र के किसान खेती के लिए सिर्फ मानसून पर निर्भर रहते थे लेकिन अब सालभर अन्य फसलें भी ले सकेंगे.

क्लस्टर बनाकर किया जा रहा बोर खनन

राज्य शासन की मंशानुरूप जिला प्रशासन द्वारा मसाहती खसरा प्राप्त किसानों के खेतों में सिंचाई उपलब्ध कराने हेतु बोर खनन कर सौर सुजला योजना से जोड़ा जा रहा है. अधिक से अधिक किसानों को लाभ हो सभी के खेत मे सिंचाई सुविधा पहुँचे इसके लिए 5-10 एकड़ का क्लस्टर बनाकर बोर खनन किया जा रहा.

दिन-रात बोर खनन का कार्य जारी

जिला प्रशासन द्वारा अबूझमाड़ सर्वे-मसाहती खसरा प्राप्त किसानों के खेतों में सौर सुजला योजना से जोड़ने पूरी ताकत झोंक दी है. 4 बोर मशीन से बोर खनन जारी, दिन-रात बोर खनन का कार्य जारी है. अब तक 20 से अधिक किसानों के खेतों में किया जा चुका बोर खनन किया जा चुका है. क्रेडा विभाग द्वारा इन बोर में पम्प लगाने का कार्य भी किया जा रहा है.

कलेक्टर-सीईओ कर रहे मॉनिटरिंग

राज्य शासन द्वारा अबूझमाड़ सर्वे-मसाहती खसरा प्राप्त किसानों के खेतों में सौर सुजला योजना से जोड़ने के निर्देश के बाद पूरा प्रशासनिक अमला इस कार्य में जुट गया है. कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री देवेश ध्रुव द्वारा इसका नियमित मॉनिटरिंग किया जा रहा है. इस कार्य मे किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए टीम का गठन किया गया है, जिसमें जिले अधिकारी से लेकर विभाग के फील्ड कर्मचारी को भी जिम्मेदारी दी गयी है.

2500 किसानों को मसाहती खसरा वितरित

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर नारायणपुर जिला प्रशासन अधिसूचित 246 गांवों का मसाहती सर्वे करा रहा है, जिससे पता चल सके कि किसके खेत की सीमा कहां तक है . नारायणपुर कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने बताया अब तक 58 गांवों का सर्वे हो गया है जिनके 2500 किसानों को मसाहती खसरा वितरित हो चुका है. इस सर्वे से राजस्व रिकॉर्ड बनाने में सहायता मिलेगी और शासकीय योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक पहुँच पायेगा. किसानों को सभी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है.

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