रायपुर. कुत्ता मनुष्य के पालतू पशुओं में से एक महत्त्वपूर्ण जानवर है. हिन्दू धर्म के पुराणों में कुत्ते को यम का दूत कहा गया है. पालतू जानवर सबसे अच्छे साथी होते हैं, कुत्ता बड़ा ही संवेदनशील और होशियार जानवर माना जाता है, क्योंकि कुत्ते वफादार होते हैं और घरों की रखवाली के लिए ये सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है. हिन्दू देवता भैरव का सेवक कुत्ते को माना जाता है. कुत्ते को भोजन देने से भैरव महाराज प्रसन्न होते हैं और हर तरह की मुसीबतो से अपने भक्तों की रक्षा करते है. मान्यता है कि कुत्ते को भोजन खिलाने से और उसे प्रसन्न रखने से यमदूत आपके आस पास भी नहीं भटक सकता. कुत्ते से बुरी शक्तियों और आत्माओं का साया दूर भागता है. भैरव को प्रसन्न करने के लिए बुधवार और इस दिन कुत्ते की सेवा कर आहार देना चाहिए.
किंतु सिर्फ बुधवार ही नहीं कुत्ते की सेवा का सभी दिन शुभ होता है. अतः कुत्ता पालना ग्रह को शांत करने का एक बेहतर विकल्प हो सकता है क्योंकि शनि इत्यादि ग्रह को शांत करने के लिए भी काले कुत्ते की सेवा करने का नियम है. अतः यदि शनि को प्रसन्न करने के लिए बताए गए खास उपायों में से एक उपाय है घर में काला कुत्ता पालना. काला कुत्ता शनिदेव का वाहन है. जो लोग कुत्ते को खाना खिलाते हैं उनसे शनि अति प्रसन्न होते हैं. शनि देव की कृपा के उपरांत जातक को अनेक परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है. साढ़ेसाती, ढैय्या या कुंडली का अन्य कोई दोष इस उपाय से निश्चित ही ठीक हो जाता है.
माना जाता है कि कुत्ता अपने मालिक पर आने वाले संकट को अपने ऊपर ले लेता है. प्रेत बाधा से मुक्ति के लिए काला कुत्ता मददगार माना जाता है. सुबह-शाम काले कुत्ते को रोटी देने से कर्ज से मुक्ति मिलती है. दरवाजे पर कुत्ता लगातार भौंके तो परिवार में धन हानि या बीमारी आ सकती है. घर के पालतू कुत्ते के आंसू आएं और वह भोजन त्याग दे तो घर में कोई संकट आने वाला है. अगर बाहर जाते समय पालतू कुत्ता भौंकें तो कोई विपत्ति आने वाली है. अगर घर में कुत्ता पीला और उसे भूखा रखे या बंधकर रखें तो हानि या कष्ट का भी कारण बन सकता है.
इसलिए मंगलवार, बुध, शनिवार एवं रविवार या काल भैरव जयंती पर, कुत्ते की भी पूजा की होती हैं. अगर कुत्ता काले रंग का हो तो पूजा का महत्व और बढ़ जाता है. इसलिए कुत्तों को खिलाएं, घर पर आने वाले सभी संकटों से मुक्ति पाएं.