लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद. लल्लूराम डॉट कॉम की खबर रंग लाई. खबर प्रसारित होने के बाद खुद मंत्री अनिला भेड़िया ने लिया संज्ञान और बच्चों को सुनने वाली मशीन दिलवाई. बच्चों की पढ़ाई की जिम्मदारी भी खुद उठाई. बच्चों को रायपुर के स्कूल में भर्ती कराने कहा. दरअसल आदिवासी विकासखंड डौंडी के गुजरा गांव की बेटी तृसा और लिमहाटोला गांव का मासूम पंकज बचपन से न सुन सकता है न बोल सकता है. परिजन बहुत परेशान थे कि उनके बच्चों का भविष्य कैसा होगा.

समाजिक कार्यकर्ता नीलिमा श्याम की मदद से मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि पीयूष सोनी से परिजनों ने मुलाकात कर अपनी पीड़ा बताई. प्रतिनिधि ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए बच्चों को मंत्री से मिलवाया. बच्चे 3 बार रायपुर गए. इस पर मंत्री अनिला भेड़िया ने संवेदना दिखाई. बच्चों को खुद डॉक्टर को दिखाया और बालोद समाज कल्याण में पत्र लिखा कि बच्चों को मशीन दी जाए, ताकि वो बोल व सुन सके.

आज बच्चों को मिली मशीन
बच्चों को आज समाज कल्याण विभाग की ओर से कान में लगाने की मशीन मिल गई, जिसकी कीमत 96 हजार है. बच्चे काफी खुश हैं. उनके माता-पिता भी खुश है, क्योकि अब उनके बच्चे दूसरे बच्चों की तरह बोल व सुन सकेंगे. दोनों बच्चों के माता-पिता ने मंत्री अनिला भेड़िया, मंत्री के प्रतिनिधि पीयूष सोनी, समाजिक कार्यकर्ता नीलिमा श्याम व लल्लूराम डॉट कॉम का आभार जताया.

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