चंडीगढ़, पंजाब। 26 जुलाई को संगरूर लोकसभा उपचुनाव के नतीजे आए, जिसने सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को सोचने पर मजबूर कर दिया है. यहां आप प्रत्याशी गुरमेल सिंह को करारी हार का सामना करना पड़ा. दो बार सांसद रह चुके पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत मान ने उपचुनाव में आप प्रत्याशी को हराकर पंजाब की संगरूर सीट पर रविवार को जीत हासिल कर ली.
खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत मान दो बार और रह चुके हैं सांसद
शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर के 77 वर्षीय प्रत्याशी सिमरनजीत मान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आप के गुरमैल सिंह को 6 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया. सिमरनजीत मान ने संगरूर सीट पर 1999 में भी जीत हासिल की थी. सिमरनजीत मान कारोबारियों के लिए पाकिस्तान की सीमा खोलने की मांग करते रहे हैं और वह जरनैल सिंह भिंडरावाला की विचारधारा को मानते हैं. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने सिखों के लिए भिंडरावाला के योगदान को याद किया.
सिमरनजीत मान ने दीप सिद्धू और मूसेवाला को किया याद
सिमरनजीत मान ने कहा कि उनकी जीत का श्रेय उन लोगों को जाता है, जिन्होंने सिखों के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया. उन्होंने दिवंगत दीप सिद्धू और सिद्धू मूसेवाला को भी याद किया. मूसेवाला की हत्या 29 जून को उनकी सुरक्षा घटाए जाने के 24 घंटे के अंदर कर दी गई थी. बता दें कि इस 23 जून को हुए संगरूर लोकसभा उपचुवाव के मतदान में 45.3 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले. इस सीट पर 16 प्रत्याशी अपनी चुनावी किस्मत आजमाने उतरे थे. यह सीट मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी.
दो बार भगवंत मान ने जीती थी संगरूर लोकसभा सीट
बता दें कि भगवंत मान 2014 के लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी सुखदेव सिंह ढींढसा को 2.10 लाख से अधिक वोटों से हराकर सांसद बने थे. इसके बाद 2019 के चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी केवल सिंह ढिल्लों को 1.1 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया था. इस साल हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की 117 सीटों पर से 92 सीटें आप ने झटक ली थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 18 सीटें ही आ पाई थीं. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में 77 सीटें थीं. संगरूर की सभी 9 विधानसभा सीटों पर आप के प्रत्याशियों ने ही जीत हासिल की थी, लेकिन लोकसभा सीट पर वह अपना कब्जा बरकरार रखने में असफल साबित हुई.
आप का लोकसभा में अब कोई सदस्य नहीं
आम आदमी पार्टी के पंजाब के संगरूर संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में हारने के बाद अब लोकसभा में उसका कोई सदस्य नहीं है. आप के संगरूर जिले के प्रभारी गुरमेल सिंह ने यह सीट शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान से 5,800 से अधिक मतों के अंतर से गंवा दी. मार्च विधानसभा चुनाव में विधायक के रूप में चुने जाने और मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हुआ था. उन्होंने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव दोनों में संगरूर से जीत हासिल की थी.
विधानसभा चुनाव के बाद AAP के लिए लोकसभा उपचुनाव था बेहद अहम
विधानसभा चुनाव में पार्टी की प्रचंड जीत के बाद यह मुकाबला आप के लिए आत्मविश्वास की पहली परीक्षा थी. माना जा रहा है कि लगातार बिगड़ता लॉ एंड ऑर्डर और अधूरे चुनावी वादों ने आप को हराया. इस सीट पर कुल 16 प्रत्याशी मैदान में थे. कांग्रेस प्रत्याशी दलवीर सिंह गोल्डी, भाजपा के केवल ढिल्लों और अकाली दल की कमलदीप कौर ने क्रमश: तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान हासिल किया.
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