रायपुर- कांग्रेस के 300 करोड़ रूपए के तेंदुपत्ता घोटाले के आरोपों पर मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने जवाबी हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि सिर्फ प्रेस कांफ्रेंस के बूते जीवन में राजनीति नहीं चलती. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का घोटाले का यह आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद और निराधार है. ओपन टेंडर किया जाता है. देश में सबसे अच्छी कीमत छत्तीसगढ़ की गई है.
डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि वन मंत्री महेश गागड़ा और वन विभाग के आला अधिकारियों की ओर से पूरे मामले में स्पष्टीकरण दिया जा चुका है. गौरतलब है कि गुरूवार को पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, कवासी लखमा और मोहन मरकान ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार ने कारोबारियों के साथ मिलकर 300 करोड़ रूपए का घोटाला किया है. टेंडर में कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई. इससे 34.06 प्रतिशत का नुकसान हुआ है. बघेल ने कहा था कि टेंडर में बोली पचास फीसदी से नीचे गई और कारोबारियों ने तेंदूपत्ता ऊंचे दाम में बेचा.
कांग्रेस के आरोप के बाद सरकार की ओर से सफाई देते हुए वन मंत्री महेश गागड़ा ने अपने बयान में कहा था कि भूपेश बघेल सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए बेबुनियाद और सनसनीखेज आरोप लगा रहे है, जिससे राहुल गांधी के सामने उनका नंबर बढ़ सके. गागड़ा ने कहा था कि तेंदूपत्ता की खरीदी प्रक्रिया के तहत होती है. बघेल खुद मंत्री रहे हैं, वह तमाम प्रक्रियाओं को बखूबी समझते हैं. महेश गागड़ा ने यह भी कहा था कि आरोप लगाने वाले भूपेश बघेल को यह भी बताना चाहिए कि पिछले साल तेंदूपत्ता का मिनिमम सपोर्ट प्राइज 1800 रूपए था, वह अब 2500 रूपए हो गया है.