अमित शर्मा, श्योपुर। श्योपुर जिले के गुहाडी गांव में डायरिया फैलने से बड़ी संख्या में ग्रामीणों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। 30 लोगों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं 30 से अधिक मरीजों का इलाज गांव में ही किया जा रहा है। सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची है। ग्रामीणों के इलाज के लिए कोई स्वास्थ्य कैम्प का इंतजाम नहीं किया गया है। इस कारण ग्रामीण झोलाछॉप डॉक्टरों से इलाज करवाने के लिए मजबूर हैं।

मामला जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर गुहाडी गांव का है। जहां 60 लोग अचानक बीमार पड़ गए। ग्रामीणों की माने तो कुएं का दूषित पानी पीने से उल्टी-दस्त की समस्या हुई। खास बात यह है कि ग्रामीण इसी कुएं का पानी लंबे समय से पीते चले आ रहे हैं लेकिन इससे पहले इस तरह की कोई समस्या उन्हें कभी नहीं हुई। इस बात को लेकर ग्रामीण हैरान और परेशान है।

कुछ लोगों का मानना है कि कुएं के पास बने तालाब में दवा डालने की वजह से कुएं का पानी दूषित हुआ है और इसी वजह से ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ रही है। हालांकि ग्रामीणों की यह बात सच है या नहीं इसका पता जांच के बाद ही लग सकेगा। जिसके लिए पीएचई विभाग ने कुएं के पानी के सैंपल लेकर पानी की जांच करवाने का काम शुरू कर दिया है।

गांव नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में नहीं पहुंची है। लोगों को भारी दिक्कतें हो रही है, जबकि सीएमएचओ डॉ बीएल यादव का कहना है कि गुहाडी गांव में बीमारी फैली है। इसके क्या कारण है इसका पता लगाया जा रहा है। साथ ही मरीजों का उपचार कराने के लिए टीम भेज दी है। जिला अस्पताल में भी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। सभी की हालत में सुधार है।

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