एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. एक व्यक्ति अपनी नवजात बेटी के शव के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी के कार्यालय पहुंचे है. पिता एसएसपी ऑफिस जाने को मजबूर थे, क्योंकि पुलिस उनका केस दर्ज नहीं कर रही थी.

  खबरों के मुताबिक, धनीराम की गर्भवती पत्नी को दो लोगों ने पीटा, जिसके बाद उसे पेट में तेज दर्द होने लगा, धनीराम अपनी पत्नी को पास के एक नर्सिग होम में ले गया, जहां एक डॉक्टर ने सर्जरी कर प्रसव कराया. हालांकि, जन्म के कुछ समय बाद ही बच्चे की मौत हो गई. जब धनीराम आरोपी गुड्डू और रामास्वामी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने गया तो पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. ये पूरा मामला उत्तर प्रदेश के आगरा का है.

इसके बाद वह स्थानीय निवासियों के साथ अपनी नवजात बेटी के शव को लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचा और अपनी बात रखी. धनीराम ने संवाददाताओं को बताया कि उनकी पत्नी छह महीने की गर्भवती थी और यह घटना तब हुई, जब वह काम पर जा रहा था.

धनीराम ने कहा, “पिटाई के कारण मेरी पत्नी की तबीयत बिगड़ने लगी. मैं तुरंत उसे पास के एक नर्सिग होम ले गया, जहां से उसे सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया. मेरी पत्नी का ऑपरेशन किया गया, लेकिन नवजात को मृत घोषित कर दिया गया.”

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने धनीराम को आश्वासन दिया कि उसे न्याय मिलेगा और तुरंत पुलिस उपाधीक्षक फतेहाबाद को जांच करने और रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया.