शिमला. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की पार्वती घाटी में बुधवार को बादल फटा, जिसमें करीब 6 लोग बह गए. इस आपदा में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल्लू उपखंड के चल्लाल पंचायत के चोझ गांव में बादल फटा, जिसमें 4-6 लोग और पांच गायें बह गईं.
प्राधिकरण ने कहा कि बचाव दल मदद के लिए निकल चुके हैं, लेकिन भूस्खलन के कारण वे कसोल-जयमाला मार्ग पर फंस गए हैं. रातभर हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से कसोल क्षेत्र में कुछ शिविर स्थल भी बह गए.
गांव को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. नदी के किनारे स्थित छह कैफे भी बाढ़ में बह गए.
पहाड़ी में बादल फटने से मची तबाही
इससे पार्वती नदी का जलस्तर भी उफान पर है और पूरी पार्वती घाटी में अफरा-तफरी का माहौल है. पीछे पहाड़ी में बादल फटने से तबाही मची है. पार्वती नदी के किनारे स्थित पर्यटकों के लिए कैंपिंग साइट बनाई गई थी, यह बह गई है.
जिला कुल्लू में हुई भारी बारिश से कई सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं. खासकर मणिकर्ण घाटी के अधिकतर मार्ग बंद हो गए हैं और जगह-जगह भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटना से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
भूस्खलन होने से एन-एच-5 सुबह से बंद
दूसरी ओर, झाकड़ी के नजदीक ब्रोनी खड्ड के पास भूस्खलन होने से एन-एच-5 सुबह से बंद है. हाईवे के बंद होने से किन्नौर के लिए संपर्क मार्ग बंद हो गया है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.