ताजनगरी आगरा में ब्लॉगर रितिका सिंह की हत्या होने के 12 दिन बाद भी पुलिस फरार दो आरोपियों को पकड़ नहीं सकी है. रितिका के माता-पिता पुलिस की इस लापरवाही से नाराज हैं. इधर जांच कर रही पुलिस टीम को अभी तक रितिका और विपुल अग्रवाल के मोबाइल फोन तक नहीं मिल पा रहे हैं. मुख्य आरोपी आकाश गौतम को भी पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ नहीं की है.

वहीं रितिका सिंह के मामले में महिला आयोग ने भी हस्तक्षेप कर दिया है. राज्य महिला आयोग की सदस्या निर्मला दीक्षित ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा तो वह यहां आ सकते हैं. बता दें कि 24 जून को थाना ताजगंज के ओम श्री प्लेटिनियम अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से फेंककर रितिका की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में पुलिस ने पांच लोगों के नाम बताए हैं. इसमें आकाश गौतम, रितिका का पति चेतन, अनवर और दो अन्य महिलाएं शामिल हैं. पुलिस ने आकाश गौतम और दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन फिरोजाबाद के चेतन और अनवर को पुलिस नहीं पकड़ पाई है.

इसे भी पढ़ें – ब्लॉगर रितिका हत्याकांड : घटना स्थल पर मिली लावारिस बाइक, अब खुलेंगे कई राज, फरार 2 आरोपियों को 10 दिन से खोज रही पुलिस

बता दें कि रितिका ने अपनी मौत की आशंका जताते हुए पहले ही फिरोजाबाद जिले के टुंडला थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी. इसके बाद रितिका को धमकियां मिलनी शुरू हो गईं. रितिका ने फिरोजाबाद के एसएसपी को एक पत्र भी लिखा था जो कि उसकी हत्या के बाद पुलिस को मिला. इसमें उसने विपुल के परिवारीजनों अनिल धर, सत्यम धर, दीपाली अग्रवाल आदि पर अपनी हत्या करवाने का खतरा बताया था. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक