स्पोर्ट्स डेस्क– क्रिकेट एक ऐसा खेल है, यहां कब कौन सा रिकॉर्ड बन जाए, कोई कह नहीं सकता, श्रीलंका में अभी हाल ही में टी-20 ट्राई सीरीज खेली गई। जहां एक रोमांचक मुकाबले में भारत चैंपियन बन गया, और कई रिकॉर्ड बना गया। श्रीलंका का ये दौरा कई भारतीय खिलाड़ियों के लिए यादगार रहा। कोहली-धोनी के ना रहने के बाद भी युवा खिलाड़ियों से भरी इस टीम ने कमाल का प्रदर्शन किया। फिर चाहे फाइनल मैच के आखिरी गेंद पर सिक्सर लगाकर टीम को जीत दिलाना हो। या फिर लगातार पॉवर प्ले में गेंदबाजी कर मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जीतना हो। टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने श्रीलंका में खेले गए इस ट्राई सीरीज में कामाल का खेल दिखाया। और एक खास वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।

सुंदर का वर्ल्ड रिकॉर्ड
वैसे तो क्रिकेट में रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन जब टीम का कोई युवा खिलाड़ी वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दे तो वो बहुत खास होता है। टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने भी कुछ ऐसा ही रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। दरअसल वाशिंगटन सुंदर ने श्रीलंका में खेले गए ट्राई सीरीज में टोटल 20 ओवर की गेंदबाजी की, जिसमें 114 रन देकर 8 विकेट अपने नाम किए। लगातार पॉवर प्ले में किफायती गेंदबाजी की, जो काबिले तारीफ रही। इसीलिए वाशिंगटन सुंदर को मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से भी नजावा गया। इस अवॉर्ड के साथ ही सुदंर ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। और सबसे कम उम्र में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब पाने वाले खिलाड़ी बन गए।

कई दिग्गजों को छोड़ा पीछे
सबसे कम उम्र में मैन ऑफ सीरीज बनने के साथ ही भारत के युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने क्रिकेट के कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। सुंदर ने 18 साल 164 दिन में मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता, तो वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनुस खान के नाम सुंदर से पहले ये रिकॉर्ड था, यूनुस खान ने पहली बार मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड 18 साल 169 दिन में हासिल किया था। इतना ही नहीं भारतीय युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने नरेंन्द्र हिरवानी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। हिरवानी को ये अवॉर्ड 1988 के शारजाह कप में मिला था, तब उनकी उम्र 19 साल 166 दिन थी।

सुंदर का क्रिकेट करियर
वाशिंगटन सुंदर को टीम इंडिया के लिए एक बड़े ऑलराउंडर के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि इस खिलाड़ी की उम्र अभी महज 18 साल की है, और लगातार ये क्रिकेटर जहां भी मौका मिल रहा अपने खेल से सबको प्रभावित कर रहा है। जिसकी वजह से इस क्रिकेट के करियर को बहुत ब्राइट माना जा रहा है। टी-20 ट्राई सीरीज में वाशिंगटन सुंदर को गेंदबाजी करने का ही मौका मिला, सुंदर जरूरत पड़ने पर टीम के लिए आक्रामक बल्लेबाजी भी करने का माद्दा रखते हैं। वाशिंगटन सुंदर ने 13 दिसंबर को मोहाली में खेले गए वनडे मैच से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था।

जीत के बाद कप्तान ने की तारीफ
रोमांचक मुकाबले में फाइनल जीतने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने युवा खिलाड़ी वाशिंगट सुंदर की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा मेरा मानना है कि सीरीज में सुंदर की गेंदबाजी टीम के लिए जादुई रही, नई गेंद से उसने जो प्रदर्शन किया, वो काबिले तारीफ है, हर कोई पॉवरप्ले में गेंदबाजी करने का दबाव नहीं झेल सकता, ये नहीं भूलना चाहिए कि इस दौरान वाशिंगटन सुंदर ने विकेट भी लिए, उसने किसी भी विरोधी को पॉवरप्ले में रन नहीं बनाने दिया।

चैंपियन बनने के बाद बोले सुंदर
फाइनल मुकाबले में जीत हासिल करने के बाद मैन ऑफ द सीरीज विनर वाशिंगटन सुंदर ने कहा ये मेरे लिए काफी मायने रखता है, विशेषकर इतनी कम उम्र में इस तरह का अवॉर्ड हासिल करना पॉवर प्ले में गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण भूमिका है। लेकिन जब आप अपने देश के लिए खेलते हो तो ये सम्मान होता है।

रैंकिंग में फायदा
वाशिंगटन सुंदर को अपने शानदार प्रदर्शन का फायदा, आईसीसी की टी-20 रैंकिंग में भी मिला है। वाशिंगटन सुंदर आईसीसी की ताजा टी-20 रैंकिंग में 151 पायदान की उछाल के साथ 31वें नंबर पर पहुंच गए हैं। युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने ज्यादातर पॉवरप्ले में गेंदबाजी की, उनका इकॉनमी रेट 5.70 का रहा, और 8 विकेट हासिल किए। टीम के लिए हर मैच में टर्निंग प्वाइंट साबित हुए।