रायपुर। छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग चुनावी तैयारी में है. इसी कड़ी में निर्वाचन आयोग ने पी दयानंद को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी है. इस समय पी. दयानंद समाज कल्याण विभाग के संचालक हैं.

दरअसल, रीना बाबा कंगाली के मेटरनिटी लीव पर होने की वजह से उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. कंगाले की छुट्टी अगस्त में खत्म हो रही है, लेकिन संभावना है कि वह अपनी छुट्टी आगे भी बढ़ा सकती हैं.

सितंबर में मतदाता पुनरीक्षण होना है. इसे देखते हुए निर्वाचन आयोग ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की जिम्मेदारी पी दयानंद को सौंपी है. इस पद के लिए आयोग ने आईएएस अफसरों के नाम राज्य शासन से मांगे थे.

राज्य शासन के 3 नामों का पैनल बनाकर आयोग को भेजा था. इसमें पी दयानंद के अलावा भुवनेश यादव और पी आर प्रसन्ना के नाम शामिल थे. बताते हैं कि इनमें से एक अधिकारी के विरुद्ध विभागीय जांच चल रही है. ज्यादा आयोग ने दयानंद के नाम पर अंतिम मुहर लगाई.

राज्य में विधानसभा चुनाव 2023 के नवंबर महीने में होना है. साथ ही 11 लोकसभा क्षेत्रों के चुनाव भी 2024 में होने हैं. ऐसा माना जा रहा है कि पी दयानंद विधानसभा और लोकसभा दोनों ही चुनाव संपन्न कराएंगे.