प्रतीक चौहान. रायपुर. हां, सही पढ़ रहे है आप… अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मोवा स्थित श्री बालाजी हॉस्पिटल में हर बीपीएल परिवार के मरीजों की एंजियोप्लास्टि और ओपन हार्ट सर्जरी आयुष्मान कार्ड से पूरी तरह निःशुल्क होगी. ये कहना है अस्पताल के डॉयरेक्टर डॉ देवेंद्र नायक का.
डॉ देवेंद्र नायक ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना और ओड़िशा के बीजू पटनायक स्वास्थ्य योजना के तहत जिन मरीजों के पास बीपीएल कार्ड या इलाज के लिए मान्य दस्तावेज है उन्हें अब इलाज के लिए भटकने की जरूरत नहीं है और न ही अतिरिक्त पैसे खर्च करने की जरूरत है. श्री बालाजी हॉस्पिटल में उनकी हार्ट और अन्य सर्जरी भी शासन की योजनाओं के अनुरूप पूरी तरह निःशुल्क होंगे. डॉ देवेंद्र नायक ने बताया कि अस्पताल में जल्द 240 बैड केवल आईसीयू के हो जाएंगे. जिसके लिए स्पेशियालिस्ट डॉक्टरों की टीम ज्वाईन कर रही है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के पहले और सबसे सीनियर क्रिटिकल केयर स्पेशियालिस्ट और इंटेंसिविस्ट डॉ प्रफुल्ल अग्निहोत्री अब श्री बालाजी ग्रुप्स ऑफ हॉस्पिटल्स से जुड़ गए है. ग्रुप के डायरेक्टर डॉ देवेंद्र नायक ने बताया कि डॉ अग्निहोत्री के जुड़ने से अब क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट में डॉक्टरों को नई उर्जा मिलेगी.
इसके अलावा डॉ सोनल बाजपेयी भी अस्पताल के क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट में अगले महीने ज्वाईन करने वाले है. वहीं कार्डियक सर्जन के रूप में डॉ विवेक वाधवा के ज्वाईन करने के बाद से अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी कराने वाले मरीजों को एक बड़ी सौगात मिली है. इसके अलावा डॉ काकू सिंह भाटिया (एमडी, डीएम कार्डियोलॉजी) और डॉ बविंदर सिंह चुग के ज्वाईन करने के बाद अस्पताल का कार्डियक विभाग काफी मजबूत हो गया है.
सबसे सीनियर डॉक्टर है अग्निहोत्री
डॉ अग्निहोत्री कितने सीनियर है इसका अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 1982 में एमबीबीएस और 1986 में एमडी (एनेस्थीसिया) की पढ़ाई पूरी की. यानी वे छत्तीसगढ़ में तब से प्रैक्टिस कर रहे है, जब राजधानी में कोई बड़ा अस्पताल नहीं था और रायपुर समेत पूरे प्रदेश के मरीज सेक्टर-9 अस्पताल पर निर्भर थे. डॉ अग्निहोत्री ने 150 बेड के आईसीयू को इससे पहले बखूबी निभाया है. यही कारण है कि डॉ अग्निहोत्री के श्री बालाजी हॉस्पिटल से जुड़ने से मरीजों और डॉक्टरों को काफी लाभ होगा.
5000 से ज्यादा हार्ट सर्जरी का एक्सपीरियंस है डॉ वाधवा को
डॉ विवेक वाधवा, प्रोफेसर एंड हेड, डिपार्टमेंट ऑफ कार्डियो वैस्कूलर एंड थोरेसिक सर्जरी को 10 वर्षों से अधिक का एक्सपीरियंस है. उन्होंने अब तक 5 हजार से अधिक हार्ट सर्जरी की है, जिसमें वॉल रिपेयर समेत अन्य शामिल है. डॉ वाधवा 25 से अधिक पीर रिव्यूड जर्नल्स के ऑथर भी है.
इतना ही नहीं डॉ वाधवा कीहोल सर्जरी के भी एक्सपर्ट माने जाते है. जिसमें मरीज के सीने में छोटा सा चीरा कर बड़ी से बड़ी सर्जरी की जाती है, जिसमें मरीज का खून कम बहता है और मरीज को जल्द ही वेंटिलेटर से आईसीयू और फिर जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है. सबसे खास बात है कि श्री बालाजी हॉस्पिटल में हार्ट की तमाम सर्जरी का लाभ मरीज शासन की योजना के तहत हेल्थ कार्ड से ले सकते है.
एक इंटेंसिविस्ट आईसीयू केयर की गुणवत्ता में कैसे सुधार करता है?
एक इंटेंसिविस्ट एविडेंस बेस्ड गाइडलाइन्स यानी साक्ष्यों पर आधारित दिशा निर्देशों का पालन करता है जिसमें मल्टीस्पेशेलिटी टीम एप्रोच भी शामिल है. इसके अलावा सर्वाइवल रेट या जीवन दर के साथ साथ मरीज़ों के आउटकम में सुधार, जटिलताओं में कमी, आईसीयू में मरीज़ के रहने की अवधि कम, मेडिकेशन सुरक्षा में बढ़ोतरी समेत अन्य. इसके अलावा इंटेंसिविस्ट मरीज के सर्जरी से पहले और सर्जरी के बाद भी अहम योगदान निभाते है. भारत में अधिकतर इंटेंसिविस्ट एनेस्थिसियोलॉजिस्ट हैं. क्योंकि वे ऐवे, वसोप्रेस्सेर और पेन मैनेजमेंट आदि में प्रशिक्षित हैं जो क्रिटिकल केयर का ज़रूरी हिस्सा माने जाते हैं. वे हृदय और श्वसन के रिससिटेशन में भी दक्ष होते हैं.
ये है आईसीयू और कार्डियक यूनिट की विशेषताएं
• 240 बिस्तरों का सबसे बड़ा आईसीयू जल्द
• 67 हाई एंड वेंटिलेटर
• 30 बिस्तरों का ट्रामा आईसीयू
• 50 बिस्तरों का डायलिसिस यूनिट
• बर्न आईसीयू
• हेपा फिल्टर युक्त आईसीयू, जिसमें न्यूनतम क्रॉस इंफेक्शन दर