रोहित कश्यप, मुंगेली। एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर रंग लाई है. कलेक्टर राहुल देव की पहल से मुंगेली से झाबुआ रोजी मजदूरी करने गए तीन युवकों को बंधन से मुक्त करा लिया गया है. मामले को लेकर लल्लूराम ने प्रमुखता से खबर चलाई थी. जिसके बाद तीनों बंधक छुड़ा लिए गए हैं.

मुंगेली कलेक्टर राहुल देव की तत्परता से मुंगेली के तीन युवक जिन्हें मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में कथित तौर पर बंधक बना लिया गया था, उन्हें झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने टीम भेजकर बंधन मुक्त कराया. झाबुआ के इस टीम को कलेक्टर सोमेश मिश्रा के निर्देश पर आईएएस अफसर और जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने लीड किया.

झाबुआ प्रशासन ने की व्यवस्था

इतना ही नहीं, झाबुआ जिला प्रशासन ने बाकायदा बंधन मुक्त कराए गए इन तीनों युवकों के छत्तीसगढ़ आने की व्यवस्था भी की. तीनो को झाबुआ से इंदौर के लिए बस से रवाना किया गया. तीनों युवक सूरज, मुकेश और राजा बस से इंदौर पहुंचेंगे, उसके बाद इंदौर से ट्रेन के जरिए बिलासपुर और फिर मुंगेली पहुंचेंगे.ये है पूरा मामला
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लगाई थी, कि उनके दो पुत्र सूरज मुकेश और एक अन्य को दलाल बहला-फुसलाकर मुंगेली से झाबुआ जिले के बेकरी में काम पर ले गया. फिर उन्हें वहां काम पर लगाकर दलाल फरार हो गया. जिसके बाद बेकरी संचालक द्वारा तीनों को पिछले 3 महीने से बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है और उनका मोबाइल भी छीनकर रख लिया गया है. इनमें से एक लड़के ने चोरी-छिपे किसी तरह इसकी जानकारी परिजनों को दी. जिसके बाद कलेक्टर से गुहार लगाते हुए दुजियाबाई ने तीनो को छुड़ाने की गुहार लगाई.

24 घंटे में बंधकों को छुड़ाया

दुजियाबाई की इस मांग पर कलेक्टर राहुल देव ने तत्काल झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा से बातचीत की. जिसके बाद मुंगेली कलेक्टर ने उनके बेटे और एक अन्य को सकुशल वापस लाने का आश्वासन दिया था. इधर 24 घंटे के भीतर ही तीनों युवक को छुड़ा लिया गया है. जिला प्रशासन की ओर से संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत ने इस पूरे मामले में झाबुआ प्रशासन से कॉर्डिनेट किया.

परिजनों ने जताया जिला प्रशासन का आभार

मामले को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने सूरज से बातचीत की. तब सूरज ने बताया कि वे लोग अभी बस में हैं और बेकरी से छुट चुके हैं. इसके लिए उन्होंने झाबुआ जिला प्रशासन और मुंगेली जिला प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. वहीं सूरज और मुकेश की मां दुजियाबाई ने lalluram.com से बातचीत में बताया कि कलेक्टर राहुल देव की त्वरित पहल से उनके बेटे छुड़ाए गए हैं. इसके लिए उन्होंने कलेक्टर राहुल देव के साथ ही जिला प्रशासन की टीम के प्रति आभार जताते हुए खुशी जाहिर की है. दुजिया बाई ने बताया कि फिलहाल घर में खुशी का माहौल है और परिवार के लोग बेसब्री से अपने बेटे का इंतजार कर रहे हैं.

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