Ramai Ram passed away: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता पटना रमई राम का गुरुवार को निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले कुछ दिनों से वह पटना के मेदांता अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे. वहां उन्होंने अंतिम सांस ली.

रमई राम ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार की सरकार में पांच बार अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी. उनके निधन पर सीएम नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है.

रमई राम कुल नौ बार विधायक रहे. तीन बार राजद का टिकट, एक बार जदयू का टिकट, दो बार जनता दल का टिकट और तीन अन्य पार्टियों के अलावा उन्हें साल 2015 और 2020 में लगातार दो बार हार का सामना करना पड़ा.

2015 में उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार बेबी कुमारी ने हराया और 2020 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उनकी बेटी गीता कुमारी वीआईपी के मुसाफिर पासवान से हार गईं.

बोचाहन को उनका किला कहा जाता था. सबसे लंबे समय तक बोचन विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले रमई राम ने पिछले उपचुनाव में बेटी गीता देवी को वीआईपी उम्मीदवार बनाया था. वर्ष 1944 में जन्मे रमई राम लंबे समय तक राज्य के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री रहे। उनके निधन पर शोक की लहर है.

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