रायपुर- कांग्रेस ने एक बार फिर अपने नेताओं को चेताया है कि वो सीएम रमन सिंह के साथ मंच साझा ना करें. ये निर्देश पार्टी प्रभारी पीएल पुनिया ने दिए हैं. पुनिया ने कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि कांग्रेस का कोई भी नेता सीएम के साथ मंच साझा नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा रमन सिंह की विचारधारा से अलग है. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भूपेश बघेल ने भी ऐसा ही निर्देश जारी किया था. लेकिन पार्टी के बड़े नेताओं को वो सीएम के साथ मंच साझा करने से रोक नहीं पाए.
कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव न केवल सीएम के साथ मंच साझा कर चुके हैं. बल्कि उनकी तारीफ भी कर चुके हैं. यही हाल पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सत्यनारायण शर्मा, अरुण वोरा का रहा है. केवल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शुरु से अब तक सीएम के साथ मंच साझा करने से बचते रहे हैं. सीएम के जिस कार्यक्रम में उन्हें आना होता है. उस कार्यक्रम में वे सीएम के जाने के बाद आते हैं. हालांकि एक मौका आया जब उन्हें एक मीडिया के कार्यक्रम में सीएम के साथ मंच साझा करना पड़ा.
केवल कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहम्मद अकबर ही ऐसे हैं जिन्होंने आज तक सीएम के साथ मंच साझा नहीं किया है. इस आदेश के बाद सबसे ज़्यादा दिक्कत कांग्रेस के मेयर और जिला पंचायत अध्यक्षों को होगी. लोकार्पण जैसे कार्यक्रम में कांग्रेस के मेयर और जिला पंचायत अध्यक्ष इसलिए सीएम के साथ मंच साझा करते रहे हैं ताकि विकास का पूरा श्रेय बीजेपी न पाए.
पुनिया ने बताया कि संकल्प शिविर को लेकर बैठक में चर्चा की गई. बूथ अध्यक्ष और अनुभाग प्रभारियों का चयन किया गया है. बिलासपुर सम्भाग के 24 विधानसभा के बूथ और अनुभाग प्रभारियों का प्रशिक्षण होगा. इस शिविर में राहुल गांधी मौजूद रहेंगे. कार्यकर्ता और नेताओं के बीच कोई दूरियां न रहे इस पर काम करेंगे. सभी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और विधायकों से सुझाव मिले हैं उस पर काम करेंग
टीएस सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में राज्यसभा चुनाव को लेकर मंथन किया गया. हमारे प्रत्याशी लेखराम साहू ने सभी 90 विधायकों से चर्चा की है. भाजपा की प्रत्याशी सरोज पांडेय ने एक समाज विशेष को अपमानित करने का काम किया है. इसका एहसास भाजपा के उस समाज के विधायकों को है. 23 मार्च को चुनाव के दिन क्या होगा इसका इंतजार करिए.