लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद. जिले में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जिला मुख्यालय से महज 18 किमी दूर ग्राम बरही और आश्रित ग्राम कांडे टापू में तब्दील हो गया है. वहीं पुल का आधा हिस्सा बहने से आवाजाही बंद हो गई है. इन दो गांवों में लोगों का आना-जाना पिछले 8 घंटे से बंद है.
ग्राम बरही और आश्रित ग्राम कांडे आने-जाने के लिए तीन रास्ते हैं, लेकिन इस गांव में पहुंचने के लिए तीनों रास्ते बंद है. पहला रास्ता सांकरा से होकर बरही को पहुंचता है, जो मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ आने से बंद है. दूसरा रास्ता नारागांव से कांडे व बरही पहुंच मार्ग है, जिसमें बाढ़ आने से यह रास्ता भी बंद है. वहीं अंतिम व तीसरा रास्ता पर्रेगुड़ा से बरही मार्ग है, जो नवनिर्मित पुल बह जाने से बंद है.
गुणवत्ताहीन निर्माण करने का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर एक माह पूर्व ही बरही से पर्रेगुड़ा तक पीडब्लूडी के माध्यम से सडक व पुल बनाया गया था, जो गुणवत्ताहीन होने के कारण बारिश में बह गया. इसके चलते लोगों का आना-जाना इस मार्ग से बंद हो गया है.
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