रायपुर. प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन में 7 लाख 53 हजार 339 गर्भवती महिलाओं, उनके पतियों औऱ 18 साल की उम्र तक के बच्चों की सिकलसेल जांच कर रिकार्ड बना दिया. इस रिकार्ड पर गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के सर्टिफिकेट को संचालक स्वास्थ्य रानू साहू ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सुब्रत साहू को सौंपा.
इस मौके पर रानू साहू ने स्वास्थ्य संचालक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों समेत कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में टाप लेवल के अधिकारियों से लेकर उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक के कार्यकर्ताओं जैसे एएनएम, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्कर्ता और मितानिनों की मेहनत की तारीफ करते हुए कहा कि ये रिकार्ड सबके श्रम के कारण ही अचीव किया जा सका है.
उन्होंने बताया कि 1 लाख 53 हजार 143 गर्भवती माताओं, 33 हजार 827 पुरुषों तथा 5 लाख 66 हजार 369 बच्चों की सिकलसेल जांच की गई. जिसमें 39 हजार 524 सिकलसेल के धनात्मक प्रकरण मिले. इसके लिए 12141 जांच केंद्र तथा 23200 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी.
गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के डा. मनीष विश्नोई व उनकी टीम ने 4-5 जिले के उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक के सिकलसेल जांच का अवलोकन किया. जो कि बेहद संतोषजनक था. उन्होंने ये भी बताया कि 39 हजार सिकलसेल के धनात्मक प्रकरणों को इलेक्ट्रोफोरेसिस टेस्ट के लिए परीक्षण हेतु उच्च संस्थानों में भेजा जा रहा है. इसके लिए अलग से रक्त के नमूने लिए गए हैं.
इस मौके पर अतिरिक्तपरियोजना संचालक डा. एस.के.विंझवार, संयुक्त संचालक आईईसी महेंद्र जंघेल, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक उरिया नाग, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजयेंद्र कटरे आदि उपस्थित थे.