दिल्ली. तमिलनाडु की दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री रही जे.जयललिता की मौत अभी भी पहेली बनी हुई है. उनकी मौत को लेकर रहे विरोधाभासी बयानों ने संदेह का माहौल पैदा कर दिया है.

कभी जयललिता की बेहद करीबी रही उनकी सहेली शशिकला ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि जयललिता के जीवन के अंतिम क्षणों की वीडियो रिकार्डिंग अस्पताल में की गई थी. उधर, अपोलो अस्पताल जहां जयललिता भर्ती थी, उसके चेयरमैन डा. प्रताप रेड्डी ने बिल्कुल अलग बयान देते हुए कहा कि जयललिता अस्पताल में ढाई महीनों तक भर्ती रही और इस दौरान अस्पताल के सभी सीसीटीवी कैमरे बंद रखे गए थे. इतना ही नहीं अस्पताल के आईसीयू में भी उनको अकेले रखा गया था. ऐसा करने के पीछे वजह थी कि वे नहीं चाहते थे कि हर कोई उनसे जुड़ी गतिविधि देखे.

अब अपोलो अस्पताल के मालिक के इस बयान के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है. जयललिता की मौत के बाद भी विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. माना जा रहा है कि अब इस मामले में कई और खुलासे होने की उम्मीद है.