कोरिया। बड़ी बेबसी है, हर कोई बेबस है, आम नागरिक भी बेबस हैं, पुलिस भी बेबस है और सरकार बेचारी. वो तो सबसे ज्यादा ही बेबस है. तभी तो एक लाश को आखरी वक्त में इज्जत से रुखसती भी नसीब नहीं हो पाई. वादा तो सबका साथ सबका विकास का था.
उड़ीसा के दाना मांझी की याद धुंधली भी नहीं हो पाई थी कि छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्थित मनेन्द्रगढ़ में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. शर्मसार और किसी ने नहीं किया बल्कि छत्तीसगढ़ की कोरिया पुलिस ने.
जिसने एक मृतक के शव को अस्पताल से कचरे की गाड़ी में डालकर अंतिम संस्कार के लिए ले गई. मामला मनेन्द्रगढ़ थाना क्षेत्र के लालपुर का है. यहां तीन दिन पहले खेत में एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला था. गांव वालों के अनुसार मृतक विक्षिप्त था और अक्सर गांव में घूमते-घूमते पहुंच जाया करता था.
पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया था. जिसके बाद मृतक के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थित मर्च्यूरी में रखवा दिया. लेकिन तीन दिन तक जब मृतक के परिजनों का पता नहीं चला तो पुलिस ने मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवा दिया. लेकिन भिजवाया भी तो नगर पालिका की कचरा उठाने वाली गाड़ी में.