क्राइम ब्रांच ने विदेशी सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. इसमें संलिप्त विदेशी दंपति समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही नई दिल्ली के मालवीय नगर के मकान से 10 उज्बेकिस्तानी लड़कियों को रेस्क्यू करवाया है. कोई भी विदेशी लड़की पासपोर्ट और वैध वीजा नहीं दिखा पाई. आरोपी इन्हें भारत में बढ़िया नौकरी का झांसा देकर लाए थे.

सेक्स रैकेट का संचालन करने वाले मुख्य आरोपी

 गिरफ्तार आरोपियों में तुर्कमेनिस्तान निवासी दंपति मेरेडोब अहमद , इसकी पत्नी जुमायेवा अजीजा, उज्बेकिस्तान निवासी अली शेर, मालवीय नगर दिल्ली निवासी मोहम्मद अरुप और दरभंगा, बिहार निवासी चंदे सहानी शामिल हैं. डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि मालवीय नगर के पंचशील विहार में एक मकान में सेक्स रैकेट की सूचना मिली थी. पुलिसकर्मियों को वहां भेजा तो दो एजेंट मोहम्मद अरुप और चंदे सहानी उर्फ राजू मिले. डील फाइनल होने के बाद पुलिसकर्मी ने इशारा किया और छापेमारी कर सभी विदेशी लड़कियों को मुक्त कराया.

विदेशी कर रहे संचालन

दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि इस गिरोह का संचालन तुर्कमेनिस्तान के दंपति मेरेडोब अहमद और पत्नी जुमायेवा चला रहे हैं. इनका तीसरा साथी अली शेर जो उज्बेकिस्तानी नागरिक है, वह अपने देश से लड़कियों को भारत लाता है. यहां इनके पासपोर्ट व दूसरे कागजात रखकर उनसे जबरन वेश्यावृत्ति कराई जाती है. पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर इनके पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है.